कोटा. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के एक इंस्पेक्टर के पास से 2 लाख रुपए से अधिक की राशि बरामद की है. आकस्मिक चेकिंग के दौरान यह राशि मिली है. संभावना यह जताई जा रही है कि यह अफीम उत्पादक किसानों से अवैध रूप से वसूली गई राशि है, जिन्हें लेकर वे अपने घर पर जा रहे थे. यह कार्रवाई नेशनल हाईवे 52 पर बूंदी जिले के धनेश्वर टोल नाके पर हुई है.
भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक विजय स्वर्णकार ने बताया कि केंद्रीय नारकोटिक्स ब्यूरो के चित्तौड़गढ़ स्थित जिला अफीम अधिकारी कार्यालय के निरीक्षक अरुण कुमार कुशवाह (48) के वाहन को धनेश्वर टोल नाके पर सूचना पर रुकवाया गया था. वह अपने निजी वाहन से ही चित्तौड़गढ़ से कोटा आ रहे थे. उनकी गाड़ी में कपड़ों के साथ रखे हुए 2,12,200 रुपए मिले हैं. उन्होंने बताया कि इन रुपयों के संबंध में वे ज्यादा जानकारी नहीं दे पाए हैं. ऐसे में अरुण कुमार से मौके पर ही इन राशि के बारे में पूछताछ की जा रही है.
एएसपी विजय स्वर्णकार ने बताया कि मुखबिर की सूचना पर यह कार्रवाई की गई है. इसमें अफीम काश्तकारों से अवैध रूप से वसूली करने की जानकारी मिली थी. जिसके बाद ही एसीबी मुख्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद यह एक्शन किया गया है. इसके लिए टीम कोटा एसीबी दफ्तर से भेजी गई थी. उन्होंने बताया कि अरुण कुमार कुशवाहा से पूछताछ जारी है. साथ ही मौके पर ही कार्रवाई की जा रही है. फिलहाल अरुण कुमार की गिरफ्तारी या उन्हें हिरासत में लेने के संबंध में एसीबी ने कुछ भी स्पष्ट नहीं किया है. अरुण कुमार मूलतः बिहार के पटना के दानापुर कैंट के जकड़ी महादेव मंदिर के नजदीक स्थित त्रिमूर्ति नगर निवासी हैं. वह बीते कुछ समय से चित्तौड़गढ़ में तैनात हैं, साथ ही उनका परिवार कोटा स्थित नारकोटिस कॉलोनी में रहता है.