रामगंजमंडी (कोटा). उपखण्ड के चेचट थाना क्षेत्र के घाटोली गांव में सीताराम खेत में सिंचाई कर रहा था. इसी दौरान भालू ने उस पर हमला कर दिया. सीताराम ने डंडे से भालू को मार कर अपना बचाव किया, लेकिन भालू ने सीताराम के पैर पर दो बार वार किए. भालू को किसी तरह भगाने के बाद सीताराम ने चिल्लाया. जिसके बाद आसपास के खेत में काम कर रहे किसान दौड़कर सीताराम के पास आए और उसे कोटा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया.
घायल किसान सीताराम ने बताया, कि मुक्तिधाम के पास खेत है, जहां पास ही जंगल है. यहां वन विभाग ने चारदीवारी नहीं बनवाई है. वन विभाग को रिजर्व क्षेत्र में चारदीवारी बनवानी चाहिए, ताकी वन से जीव बाहर ना निकलें. वन्यजीवों को रोकने के लिए खाई खोदी गई है, लेकिन वन्य जीव खाई को पार कर पानी पीने के लिए यहां आते हैं.
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मुकुंदरा टाइगर रिजर्व क्षेत्र में भालुओं का कुनबा बढ़ने के बावजूद वन विभाग की तरफ से पुख्ता बंदोबस्त नहीं किए गए हैं. कुछ हिस्सों में सुरक्षा दीवार हैं, लेकिन कुछ हिस्सों में दीवार नहीं है, जो किसानों के लिए परेशानी का कारण बनी हुई है. सुरक्षा दीवार पर तारों की फेंसिंग भी नहीं कराई गई है. इससे पहले एक बार यहां सरसों के खेत में पैंथर भी आ गया था, जिसे पकड़ने के लिए वन विभाग की टीम ने काफी मशक्कत की थी.