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कोटा: कोरोना संक्रमण को समाप्त करने के लिए प्राचीन नीलकंठ महादेव का किया गया अभिषेक

कोटा जिले में पिछले महीने से लगातार कोरोना संक्रमण कहर बरपा रहा है. मौतों का आंकड़ा भी काफी बढ़ गया है. इसको देखते हुए लोगों ने रविवार को रेतवाली स्थिति प्राचीन नीलकंठ महादेव का अभिषेक कर कोरोना महामारी को खत्म करने की कामना की.

corona case in kota
नीलकंठ महादेव का अभिषेक
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Published : May 9, 2021, 5:52 PM IST

कोटा. जिले में पिछले महीने से लगातार कोरोना संक्रमण कहर बरपा रहा है. मौतों का आंकड़ा भी काफी बढ़ गया है. इसको देखते हुए लोगों ने रविवार को रेतवाली स्थिति प्राचीन नीलकंठ महादेव का अभिषेक कर कोरोना महामारी को खत्म करने की कामना की.

कोरोना महामारी के प्रकोप से कोटा जिला ही नहीं पूरा प्रदेश त्राहिमाम कर रहा है. दिनों दिन मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इसकी रोकथाम के लिए 1500 वर्ष पुराना किशोरपुरा रेतवाली स्तिथ प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर के मुख्य पुजारियों ने रुद्राभिषेक किया और महादेव से जल्द इस महामारी से निजात दिलवाने की कामना की.

पढ़ें- कोटा में इलाज के लिए मास्क बेच रहे बच्चे के मां की मौत, बाल कल्याण समिति ने दिया आश्रय

नीलकंठ महादेव मंदिर के पुजारी पंडित शिवकुमार शर्मा ने बताया कि यह मंदिर काफी प्राचीन है और इससे लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. हालांकि, अभी कोरोनाकाल में लॉकडाउन के वजह से मंदिर बंद रहने से भक्तों का प्रवेश निषेद किया हुआ है. मंदिर में अभी सिर्फ पुजारी ही भगवान की पूजा कर रहे हैं.

पंडितों का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर इतनी भयानक आई कि इसने जनजीवन तहस-नहस कर रख दिया. जिससे लोगों में काफी भय व्याप्त हो गया है. इसी क्रम में भगवान नीलकंठ का अभिषेक किया गया. जिससे इस महामारी के प्रकोप से बचा जा सके.

कोटा. जिले में पिछले महीने से लगातार कोरोना संक्रमण कहर बरपा रहा है. मौतों का आंकड़ा भी काफी बढ़ गया है. इसको देखते हुए लोगों ने रविवार को रेतवाली स्थिति प्राचीन नीलकंठ महादेव का अभिषेक कर कोरोना महामारी को खत्म करने की कामना की.

कोरोना महामारी के प्रकोप से कोटा जिला ही नहीं पूरा प्रदेश त्राहिमाम कर रहा है. दिनों दिन मौतों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है. इसकी रोकथाम के लिए 1500 वर्ष पुराना किशोरपुरा रेतवाली स्तिथ प्राचीन नीलकंठ महादेव मंदिर के मुख्य पुजारियों ने रुद्राभिषेक किया और महादेव से जल्द इस महामारी से निजात दिलवाने की कामना की.

पढ़ें- कोटा में इलाज के लिए मास्क बेच रहे बच्चे के मां की मौत, बाल कल्याण समिति ने दिया आश्रय

नीलकंठ महादेव मंदिर के पुजारी पंडित शिवकुमार शर्मा ने बताया कि यह मंदिर काफी प्राचीन है और इससे लोगों की आस्था जुड़ी हुई है. हालांकि, अभी कोरोनाकाल में लॉकडाउन के वजह से मंदिर बंद रहने से भक्तों का प्रवेश निषेद किया हुआ है. मंदिर में अभी सिर्फ पुजारी ही भगवान की पूजा कर रहे हैं.

पंडितों का कहना है कि कोरोना की दूसरी लहर इतनी भयानक आई कि इसने जनजीवन तहस-नहस कर रख दिया. जिससे लोगों में काफी भय व्याप्त हो गया है. इसी क्रम में भगवान नीलकंठ का अभिषेक किया गया. जिससे इस महामारी के प्रकोप से बचा जा सके.

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