कोटा. झालावाड़ जिले के भवानी मंडी मूल निवासी शुभम शिकारी को ज्ञानवापी पर वीडियो बनाना (Case of making video on Gyanvapi) भारी पड़ गया. कोटा शहर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था और बाद में उसे न्यायालय से जमानत मिल गई. लेकिन अब उसका रोजगार छूट गया है. यहां तक कि उसे कोटा भी छोड़ना पड़ गया है.
हालांकि, अब यह मामला सोशल मीडिया पर (Video on Gyanvapi) तूल पकड़ता जा रहा है. युवक शुभम शिकारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है और इस संबंध में पुलिस अब कुछ भी कहने से बच रही है. एसपी केसर सिंह शेखावत ने भी इस संबंध में मीडिया से बातचीत करने से इनकार कर दिया है.
मामले के अनुसार शुभम कोटा शहर में अपने मामा के यहां छावनी में रहता था और एक मिल्क प्रोसेसिंग प्लांट के प्रोडक्ट की सप्लाई में जुटा हुआ था. वह पहले से भी कई वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर जारी करता था. उसने जुलाई महीने में ज्ञानवापी से जुड़ा हुआ एक वीडियो 'तेरा मंदिर बनाएंगे शिवाय' बनाया था. इसी से जुड़े कुछ पोस्टर उसने तैयार किए थे और वह कोटा शहर के अनंतपुरा थाना इलाके में फ्लाईओवर पर 16 जुलाई की रात को लगाने पहुंचा था.
इसी दौरान वहां से गुजर रहे पुलिस जाप्ते ने उसे व दोस्त अंकित मेहर को पकड़ लिया और थाने पर ले गए. शुभम का कहना है कि उसका रोजगार भी अब चला गया है. साथ ही पुलिस न्यायालय में चालान पेश नहीं कर रही है. इसके साथ ही उसने पुलिस पर आरोप लगाया है कि अंकित और उसको दो दिन तक गिरफ्तार नहीं दिखाया गया.
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इस संबंध में पुलिस ने ही 18 जुलाई को एफआईआर दर्ज की थी. जिसके बाद (Employment also left after arrest) उसे गिरफ्तार किया और न्यायालय में पेश किया. जहां से एक दिन का पुलिस रिमांड पर भेजा गया और अगले दिन न्यायालय से जमानत मिल गई थी. हालांकि, अभी वह डर के साए में ही जी रहा है. इस मामले के बाद उसे लगातार धमकियां भी मिल रही हैं.