सांगोद (कोटा). उपखंड क्षेत्र के हरिश्चंद्र सिंचाई परियोजना नहर के पास से निकल रहे पनवाड़ लक्ष्मीपुरा सड़क का काम बीते 8 माह से बंद पड़ा हुआ है. इससे आए दिन इस मार्ग से गुजरने वाले वाहन चालक सड़क हादसे का शिकार हो रहे हैं. पनवाड़, खानपुर, लक्ष्मीपुरा इससे जुड़ा मार्ग है. इसे आवागमन और खेती-बाड़ी की दृष्टि से भी महत्वपूर्ण मार्ग माना जाता है.
असलम मिर्जा ने बताया कि उनका खेत इस रोड पर होने की वजह से उन्हें रोजाना खराब सड़क से गुजरना पड़ता है. बारिश के समय तो सड़क पर पीली मिट्टी होने से गाड़ियां फिसल कर नहर में जा गिरती है. उनके साथ भी यह हादसा हो चुका है. इस हादसे में उन्हें कई चोटें भी आई थी.
शब्बीर अहमद ने बताया कि 2 साल से पूरे रोड की स्थिति खराब है. इससे तो पहले की सड़क ही अच्छी थी. अब तो पूरी सड़क पर गिट्टी ही गिट्टी रह गई है. बीते दो तीन दिन पहले भी एक बाइक गिट्टी से फिसल कर रोड पर जा गिरी थी. जिससे एक महिला को चोटें भी आई थी. गनीमत रही कि बाइक नहर में नहीं गिरी, वरना उनकी जान भी खतरे में पड़ सकती थी. कई बार ऐसे हादसे होने के बाद भी वाहन चालकों की सुध लेने वाला कोई नहीं है.
इसके साथ ही ट्रैक्टर चालक ने बताया कि सड़क की हालत बेहद खराब है. रोड पर गिट्टी होने के कारण कई बार ट्रैक्टर ट्रॉली के टायर तक पंचर हो जाते हैं. जिससे ट्रॉली के पलटने का डर बना रहता है. सड़क की हालत काफी जर्जर हो गई थी. पूर्ववर्ती राज्य सरकार ने सड़क की चौड़ाई बढ़ाते हुए इसे नए सिरे से बनाने के लिए करोड़ों रुपए का बजट मंजूर किया था. सड़क का काम साल 2018 से ही टेंडर प्रक्रिया के बाद संबंधित ठेकेदार ने शुरू कर दिया था. ठेकेदार ने सड़क की चौड़ाई बढ़ाते हुए मिट्टी भी डलवा दी थी. जो इस बार सामान्य से अधिक हुई बारिश के मौसम में वाहन चालकों के लिए दुखदाई साबित हो रही है.