कोटा. जिले में वन्यजीव विभाग की ओर से इन दिनों पक्षियों की गणना की जा रही है. इसके लिए वन्यजीव विभाग ने मिड विंटर वाटर फॉल पोपुलेशन एस्टिमेशन- 2021 कार्यक्रम चलाया हुआ है. इसमें रामगढ़ सेंचुरी एरिया स्तिथ जेत सागर झील, शंभु सागर तालाब और भैरूपुरा तालाब के किनारे पक्षियों की गणना की गई.
वहीं इनमें 26 प्रजातियों के पक्षी नजर आए. इसके साथ ही पक्षियों की गणना में ग्रे लेग गूज, लिटिल कोर्मोनन्ट, ग्रेट कोर्मोनन्ट, केटल ईग्रेट, पेंटेड स्टॉर्क, ब्लेक टेल्ड गोडविट, रफ, ग्लोजी आईबिज, स्पॉट विलड डक, रेड क्रॉसटेड पोचार्ड, पर्पल स्वंप हेन, व्हाइट ब्रेस्टेड किंगफिशर, कॉमन मुरहेन, रूडी सेल डक, कॉम्ब डक, कांमन टील, एशियन ओपन बिल, लेसर विसलिंग डक, गेडवेल, लिटील ग्रीब, कोमन पोचार्ड, स्नाईप, वुड सेन्ड पाईपर, इंडियन पौंड हेरोन, ब्रॉन्ज विंगेड जसाना सहित इत्यादि प्रजातियों के प्रवासी पक्षी नजर आए.
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वहीं उपवन संरक्षक ने बताया कि जैतसागर झील पर प्रवासी पक्षियों के हिसाब से अनुकूलित वातावरण होने के कारण प्रति वर्ष हजारों की संख्या में प्रवासी पक्षी प्रजनन और भोजन की तलाश में हजारों किलोमीटर की दूरी तय करके यहां आते है.
बता दें कि प्रवासी पक्षियों की गणना के दौरान वन्य जीव अभयारण्य रामगढ़ के रेंजर रामप्रसाद बोयत, वनरक्षक हरदयाल सिंह चुंडावत और मंजू मीणा, रामलाल गुर्जर और महावीर प्रसाद शर्मा और वन्य जीव प्रेमी प्रथ्वी सिंह राजावत, विट्ठल सनाडय और शैख़ जुनेद सहित अन्य पक्षी विशेषज्ञ मौजूद रहे.