करौली. जिले के श्रीमहावीरजी कस्बे में मंगलवार को महिला आयोग और सुजीत शिक्षा समिति के तत्वावधान मे यौन हिंसा रोकथाम पर एक दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया. सेमिनार में महिलाओं पर बढ़ते यौन हिंसा पर रोकथाम के लिए विचार विमर्श किया गया. साथ ही महिला शिक्षा को बढ़ावा देने पर जोर दिया गया.
सेमिनार में वक्ताओं ने कहा कि आंगनबाड़ी केंद्र पर बच्चों के साथ-साथ किशोरी बालिका और महिलाओं के लिए सुविधाएं हैं. उनको बेझिझक होकर इनका लाभ लेना चाहिए. साथ ही कहा की कार्यस्थल पर यौन हिंसा रोकथाम के लिए कानून 2013 में बन गया, लेकिन अभी भी आंतरिक कमेटियों का गठन सभी कार्यालयों में नहीं हो पाया. इसके लिए सभी के प्रयास हो की यौन हिंसा नहीं हो.
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वक्ताओं ने कहा कि 2011 की जनगणना के अनुसार करौली का लिंगानुपात 858 है, जो कि बहुत कम है. इसके लिए लोगों को अपनी मानसिकता बदलते हुए बालिका से शिक्षा को बढ़ावा देने की बात कही है. इस दौरान विकास अधिकारी शैलेंद्र सिंह, सीएमएचओ दिनेश चंद मीणा, सामाजिक न्याय एवं विकास समिति के सचिव गोपाल वर्मा, डॉ चित्रा गुप्ता सहित, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, महिला जनप्रतिनिधि, प्रचेता, पर्यवेक्षक, जागरूक महिला कार्यकर्ता मौजूद रही.