करौली. करौली-धौलपुर सांसद डॉ मनोज राजोरिया ने सीएम गहलोत को पत्र लिखकर बताया है की संसदीय क्षेत्र करौली धौलपुर के करौली जिले के मंडरायल तहसील के लांगरा थाना क्षेत्र में मंगलवार रात को श्यामपुर की झोपड़ी निवासी ट्रैक्टर चालक विजय सिंह गुर्जर की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई.
इस घटना में लांगरा पुलिस थानाअधिकारी एवं कार्मिकों की भूमिका संदिग्ध है. इस घटना के उपरांत मृतक के परिजनों एवं आसपास के क्षेत्र के निवासियों में अत्यधिक रोष एवं आक्रोश व्याप्त है. तीन रात गुजर जाने के उपरांत भी अभी तक शव का अंतिम संस्कार नहीं हो पाया है.
पढ़ें- ट्रैक्टर चालक की हत्या: 36 घंटे बाद भी ग्रामीणों ने नहीं उठाया शव, अपनी मांगों पर अड़े
सांसद ने मुख्यमंत्री का ध्यान आकर्षित करते हुए कहा कि इस घटना को गंभीरता से देखते हुए इस घटनाक्रम में लिप्त संबंधित थाना अधिकारी एवं अन्य पुलिसकर्मियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित करते हुए उनके विरुद्ध धारा 302 के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाए. मृतक के आश्रित परिवार को कम से कम 50 लाख रुपए की सहायता राशि दी जाए. मृतक आश्रित परिवार के एक सदस्य को राजकीय सेवा में नियुक्त किया जाये.
गौरतलब है कि इसी घटना को लेकर भाजपा प्रदेश अध्यक्ष डॉ सतीश पूनिया ने भी मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर राज्य में पुलिस की कार्यशैली पर सवालिया निशान है.
ये है मामला
ग्रामीणों का आरोप है कि झोपड़ी श्यामपुर निवासी विजय सिंह गुर्जर मंगलवार रात अपने ट्रैक्टर-ट्राली में बजरी भरकर ला रहा था. मंडरायल थाना पुलिस ने विजय सिंह गुर्जर का खान की चौकी से पीछा किया और ट्रैक्टर में पीछे से चढ़कर लाठियों से वार करते हुए मौत के घाट उतार दिया. घटना मंगलवार रात 10 बजे की बताई जा रही है. घटना की सूचना मिलने के बाद बीजेपी जिलाध्यक्ष बृजलाल डिकोलिया और जयपुर ग्रेटर मेयर के पति और करौली नगर परिषद के पूर्व सभापति राजाराम गुर्जर, बीजेपी नेता धीरेंद्र बैंसला, हिन्दू सेना के प्रदेशाध्यक्ष साहब सिंह गुर्जर भी जाम स्थल पर पहुंचे. घटना के तीसरे दिन भी शव का अंतिम संस्कार नहीं किया गया है. लोगों में पुलिस की कार्यशैली को लेकर आक्रोश है.