करौली. पीपल पूर्णिमा के अवसर पर सामूहिक विवाह समारोह की की धूम रही. हिंडौन शहर में ब्राह्मण समाज का पांचवा विवाह सम्मेलन आयोजित हुआ. वहीं जिला मुख्यालय पर वैश्य समाज और जाटव बैरवा समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन आयोजित किया गया.
वैश्य समाज के तुलसी शालिग्राम सहित 24 जोडों का विवाह शनिवार को हुआ. सम्मेलनों के माध्यम से लोगों में दहेज प्रथा पर लगाम लगाने, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ समाज के युवाओं को पढ़ाई पर जोर देने की नसीहत दी गई. सम्मेलन में परिणय सूत्र में बंधे जोड़ों को सम्मेलन समिति की ओर से घरेलू सामान जेवर और अन्य सामान को पार्सल प्रदान किए रहे.
दरअसल, जिला मुख्यालय पर वैश्य समाज का सामूहिक विवाह सम्मेलन नवीन कृषि उपज मंडी यार्ड में हुआ. कार्यक्रम की शुरुआत गोविंद देव जी मंदिर से दुल्हो की निकासी के साथ शुरू हुई जो मुख्य मार्गो से होती हुई विवाह स्थल पहुंची. जहां हिंदू रीति-रिवाजों के साथ जोड़े परिणय सूत्र में बंधे. इस दौरान वैश्य महासम्मेलन की ओर से नव वर-वधू को गृहस्थ जीवन की शुरुआत के लिए घरेलू सामान सहित अन्य उपहार दिए गए. विवाह सम्मेलन समारोह में पूर्व केंद्रीय मंत्री चंद्र राज सिंघवी, केंद्रीय वित्त विभाग के उप सचिव अशोक सिंघल, माध्यमिक शिक्षा बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष विमल अग्रवाल, करौली विधायक लाखन सिंह कटकड़, सभापति राजाराम गुर्जर सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. जिन्होंने नवविवाहित जोड़ों को उपहार प्रदान किए.
जाटव-बैरवा समाज के 17 जोड़े बने हमराही
जाटव बैरवा समाज के 17 जोड़े एक दूसरे के हमराही बने. समाज का बारहवा सामूहिक विवाह सम्मेलन गैस गोदाम के पास निजी मैरिज गार्डन मे आयोजित किया गया. जिसमें आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों सहित हजारों लोगों ने हिस्सा लिया. विवाह समारोह में विधायक लाखन सिंह कटकड़ व्यवसायी रुखसार अहमद, हट्टीराम, फजले अहमद सहित कई गणमान्य लोग मौजूद रहे. इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि सामूहिक विवाह सम्मेलन से समाज में सौहार्द बढ़ता है. ऐसे समय में ऐसे आयोजनों की महती आवश्यकता है. समाज के युवाओं को पढ़ाई पर जोर देने, बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ पर भी जोर देने की समाज को नसीहत दी. वहीं जाटव बैरवा सामूहिक विवाह सम्मेलन में अन्य समाजों के लोगों ने भी नगदी सामान देकर सामाजिक सरोकार निभाया.