करौली. कोरोना संक्रमण के बढ़ते प्रकोप के चलते सरकार ने सिगरेट, बीड़ी, पान मसाला, गुटखा और खैनी के उपयोग पर प्रतिबंध लगाने के बाद करौली विधायक ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेज बंद पड़े बीड़ी उद्योग पर से प्रतिबंध हटाने की मांग की है.
विधायक लाखन सिंह ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को पत्र भेज कहा है कि आपके नेतृत्व में राजस्थान कोरोना महामारी से सफलतापूर्वक लड़ाई लड़ रहा है, जो अत्यंत प्रशंसनीय है. अब 17 मई के बाद लॉकडाउन के चौथे चरण में प्रवेश करेंगे. आशा करते हैं कि चरणबद्ध जो निर्णय ले रहे हैं, उससे इस महामारी और आर्थिक गतिविधियों में निरंतर सफलता की ओर अग्रसर होंगे.
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राजस्थान राज्य बीड़ी निर्माण संघ ने अवगत कराया है कि राजस्थान में लगभग 50 हजार बीड़ी श्रमिक अपने घरों से बीड़ी निर्माण का कार्य करते हैं. जो वे सभी लॉकडाउन से प्रभावित होकर 50 दिन से बेरोजगार हैं. उन्हें जीवन यापन करने में गंभीर तकलीफ का सामना करना पड़ रहा है. कई श्रमिक तो चूल्हा जलाने में असमर्थ हैं. मध्य प्रदेश और अन्य राज्यों में बीड़ी उद्योग में कार्य प्रारंभ करने की सरकारों ने अनुमति दी है.
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विधायक ने मुख्यमंत्री से मांग करते हुए कहा कि लॉकडाउन 4 की गाइड लाइन में बीड़ी श्रमिकों को शामिल करने की स्वीकृति दे. जिससे बेरोजगार श्रमिकों को रोजगार मिल सके. बता दें कि देश में कोरोना के प्रकोप के बीच सरकार ने सिगरेट, बीड़ी, पान-मसाला, हुक्का, खैनी, जर्दा, गुटका और ई-सिगरेट के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाया है.
सरकार का कहना है कि इन चीजों का इस्तेमाल करने वाले जगह-जगह थूकते हैं. इससे इंफेक्शन फैलने का खतरा और बढ़ जाता है. जिसके कारण सरकार ने राज्य में इन चीजों पर पूरी तरह से रोक लगा दी है. ऐसे में विधायक ने सीएम को पत्र भेज वापस से बीड़ी फैक्ट्रियों पर से प्रतिबंध हटाने की मांग की है.