करौली. खाद्य नागरिक आपूर्ति उपभोक्ता मामलात मंत्री रमेश मीना सोमवार को करौली पहुचें. यहां मंत्री ने कोटा बैराज और बीसलपुर बांध से पानी छोडे जाने और भारी वर्षा की चेतावनी को मद्देनजर रखते हुए करौली जिले के करणपुर और मण्डरायल क्षेत्र के चंबल नदी के किनारे बसे गांव मल्लाह, टोडी, कसेड क्षेत्र का एफडीआरएफ और सिविल डिफेन्स के कार्यकर्ताओं के साथ चंबल नदी का निरीक्षण किया.
बता दें कि निरीक्षण के दौरान मौजूद अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए. वहीं मंत्री रमेश मीणा सोमवार को दोपहर में करौली पहुंचे यहां कलेक्टर नन्नूमल पहाड़िया, एसपी अनिल कुमार से जिले के मंडरायल करनपुर से गुजर रही चंबल नदी के किनारे बसे गांवों में बाढ़ के हालात जाने.
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इसके बाद मंत्री ने मंडरायल और करणपुर के पास बसे गांवों का निरीक्षण किया. निरीक्षण के दौरान मंत्री ने चंबल नदी के किनारे रहने वाले लोगों को सुरक्षित स्थान पर जाने के लिये तैयार रहने के लिये कहा है. उन्होनें कहा कि चंबल नदी पर सबसे बढे बांध गांधीसागर बांध से सभी गेटो को खोलने के कारण कोटा बैराज से करीब 6.25 लाख और बीसलपुर बांध से 3.50 क्यूसिक पानी छोडे जाने के कारण चंबल नदी का जल स्तर बढ रहा है. उसी को ध्यान में रखते हुए जल आपदा की स्थिति पैदा नही हो.
इस दौरान मंत्री से कसेड गांव के ग्रामीणों ने सुबह से प्रशासन की ओर से भोजन नहीं पहुंचाने की शिकायत की इस पर मंत्री ने अधिकारियों के खिलाफ नाराजगी जताते हुए फटकार लगाई और तुरंत भोजन के बदोबस्त करने के अधिकारियों को निर्देश दिये.
वहीं मंत्री ने कहा कि पानी की आवक के चलते इलाके के खेतों में पानी भर गया है जिससे फसल खराब हो गई है. जिसके लिए अधिकारियों को गिरदावरी करने के आदेश निर्देश दे दिए गए हैं. गिरदावरी की जांच रिपोर्ट आने के बाद जिन किसानों की फसल खराब हुई है. उन्हें उचित मुआवजा भी दिया जाएगा. वहीं आपदा प्रबंधन के लिए जिला और पुलिस प्रशासन के सभी अधिकारियों को सक्रिय रहने के लिये निर्देशित कर दिया गया है.
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मंत्री ने बताया की सभी अधिकारियों को बाढ की स्थिति मे सुरक्षित स्थानों पर पहुचाने के निर्देश भी दे दिये गये है. उनके रहने खाने, चिकित्सा, पेयजल, आदि व्यवस्था करने के निर्देश उपखंड अधिकारी और तहसीलदारो को दिये गये है.