करौली. जिले में मंदिर माफी जमीनों पर किए जा रहे अवैध अतिक्रमण के खिलाफ आवाज उठाना आरटीआई कार्यकर्ता अशोक पाठक को भारी पड़ गया. अशोक पाठक का फोटो लगाकर सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हो रहा है. इस वीडियो के बाद उदयपुर कांड जैसा अंदेशा जताते हुए आरटीआई कार्यकर्ता ने सोशल मीडिया पर वीडियो जारी कर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और पुलिस के उच्च अधिकारियों से सुरक्षा की गुहार लगाई है.
वहीं, मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने कहा है कि सोशल मीडिया पर पुलिस पैनी नजर बनाए हुए है. पुलिस घटना को लेकर जानकारी जुटा रही है. आरटीआई कार्यकर्ता अशोक पाठक भूमाफियाओं के खिलाफ मंदिर माफी की जमीनों पर अवैध अतिक्रमण को लेकर लगातार न्यायपालिका का दरवाजा खटखटा रहे हैं. कुछ मामलों में न्यायपालिका ने मंदिर माफी की जमीनों पर हो रहे अवैध अतिक्रमण को लेकर स्थगन (कोर्ट स्टे) आदेश भी जारी कर दिया है.
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इस बीच सोशल मीडिया पर एक युवक ने आरटीआई कार्यकर्ता अशोक पाठक का फोटो लगाकर सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल कर दिया. इसकी जानकारी होने पर अशोक पाठक ने सोशल मिडिया एकाउंट से मुख्यमंत्री अशोक गहलोत सहित पुलिस के उच्चाधिकारियों और प्रशासन से गुहार लगाते हुए आरोपियों के खिलाफ शीघ्र कानूनी कार्रवाई करने की मांग की है. वहीं, आरटीआई कार्यकर्ता ने वीडियो जारी कर करौली में सभापति प्रतिनिधि पर कई आरोप लगाए हैं.
पाठक ने कहा कि उदयपुर में एक साल पहले हुई कन्हैयालाल हत्याकांड जैसी घटना का अंदेशा होने पर ट्विटर पर राजस्थान के मुख्यमंत्री, राजस्थान पुलिस, डीजीपी,आईजीपी,एसपी करौली के संज्ञान में उस विषय को लाया. उसके बाद भी अभी तक संबंधित के खिलाफ कार्रवाई नहीं हुई है. उन्होंने यह भी कहा कि मेरे ऊपर झूठे आरोप लगाकर प्रशासन, कांग्रेस की सरकार, मुझे डेमोलाइज करना चाहती है, लेकिन मेरे हौसले बुलंद हैं. इन भ्रष्टाचारियों और ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ हमेशा आवाज उठाता रहूंगा.
करौली एसपी बोलीं, जानकारी जुटा रहे हैंः मामले को लेकर पुलिस अधीक्षक ममता गुप्ता ने कहा की पुलिस पूरी तरह गंभीर है. सोशल मीडिया पर पुलिस पैनी नजर बनाए हुए है. अभी तक आरटीआई कार्यकर्ता अशोक पाठक की ओर से किसी प्रकार का कोई मुकदमा दर्ज नहीं करवाया गया है. पुलिस घटना को लेकर जानकारी जुटा रही है. पुलिस अधीक्षक ने कहा कि यदि सोशल मीडिया पर कोई भी व्यक्ति सांप्रदायिक भावना को भड़काने का प्रयास करेगा या इस प्रकार की पोस्ट को लेकर कोई कमेंट करे तो फौरन पुलिस को सुचना दें. उन्होंने कहा की राजस्थान पुलिस साम्प्रदायिक दंगा भड़काने वाले के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई करेगी. उन्होंने आमजन से अपील की है कि सोशल मीडिया पर किसी प्रकार की अभद्र या अनर्गल पोस्ट और कमेंट नहीं करें.