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पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों को लेकर कांग्रेस का धरना-प्रदर्शन, राष्ट्रपति के नाम दिया ज्ञापन - protest over increasing prices

करौली में पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के विरोध में सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया. प्रदर्शन के बाद राष्ट्रपति के नाम एडीएम को ज्ञापन देकर पेट्रोल-डीजल के बढ़ते हुए दामों पर रोक लगाने की मांग गई.

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पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन
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Published : Jun 29, 2020, 4:33 PM IST

करौली. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्तमान दशक में कच्चे तेल की न्यूनतम कीमतों के बावजूद देश में बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर कांग्रेस पार्टी का विरोध-प्रदर्शन जारी है. अखिल भारतीय कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया. धरना-प्रदर्शन के बाद जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम एडीएम सुदर्शन सिंह तोमर को ज्ञापन देकर पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को तत्काल कम करने की मांग की गई.

पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के पिछले तीन माह के दौरान पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क और कीमतों में बार-बार की गई अनुचित बढ़ोतरी ने भारत के नागरिक को असीम पीड़ा और परेशानियां दी है. जहां एक तरफ देश स्वास्थ्य और आर्थिक महामारी से लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों और उस पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर इस मुश्किल वक्त में मुनाफाखोरी कर रही है.

जिलाध्यक्ष ने कहा कि, मई 2014 में जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी, तो पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 3.46 रूपए प्रति लीटर था. पिछले 6 सालों में केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 23.78 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 28.37 रुपए प्रति लीटर की अतिरिक्त बढ़ोतरी कर दी है. चौंकाने वाली बात यह है कि, पिछले 6 सालों में भाजपा सरकार की ओर से डीजल के उत्पाद शुल्क में 820 प्रतिशत और पेट्रोल पंप में 258 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. उन्होंने कहा कि, केवल पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में बार बार वृद्धि करके मोदी सरकार ने पिछले 6 सालों में 18 लाख करोड़ रूपए कमा लिए है.

ये पढ़ें: पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि को लेकर कांग्रेस का 'हल्ला बोल', वैभव गहलोत भी बैठे धरने पर

देशभर में बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया. ज्ञापन में 5 मार्च 2020 के बाद पेट्रोल डीजल के दामों और उत्पाद शुल्क में की गई सभी बढ़ोतरी को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की है. जिससे इस मुश्किल समय में इसका फायदा देश के हर नागरिक को मिल सके. इस दौरान पूर्व विधायक दर्शन सिंह गुर्जर, पूर्व मंत्री रामस्वरूप मीना, कांग्रेस पदाधिकारी अनिता मीना, अनिल शर्मा सहित कांग्रेसी नेता मौजूद रहें.

करौली. अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वर्तमान दशक में कच्चे तेल की न्यूनतम कीमतों के बावजूद देश में बढ़ रहे पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर कांग्रेस पार्टी का विरोध-प्रदर्शन जारी है. अखिल भारतीय कांग्रेस के आह्वान पर सोमवार को कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर जिला कांग्रेस कमेटी की ओर से धरना प्रदर्शन किया गया. धरना-प्रदर्शन के बाद जिला अध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा के नेतृत्व में राष्ट्रपति के नाम एडीएम सुदर्शन सिंह तोमर को ज्ञापन देकर पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को तत्काल कम करने की मांग की गई.

पेट्रोल-डीजल की बढ़ी कीमतों को लेकर कांग्रेस का प्रदर्शन

कांग्रेस जिलाध्यक्ष ओमप्रकाश शर्मा ने बताया कि लॉकडाउन के पिछले तीन माह के दौरान पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले केंद्रीय उत्पाद शुल्क और कीमतों में बार-बार की गई अनुचित बढ़ोतरी ने भारत के नागरिक को असीम पीड़ा और परेशानियां दी है. जहां एक तरफ देश स्वास्थ्य और आर्थिक महामारी से लड़ रहा है, वहीं दूसरी ओर मोदी सरकार पेट्रोल-डीजल की कीमतों और उस पर लगने वाले उत्पाद शुल्क को बार-बार बढ़ाकर इस मुश्किल वक्त में मुनाफाखोरी कर रही है.

जिलाध्यक्ष ने कहा कि, मई 2014 में जब भाजपा ने सत्ता संभाली थी, तो पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क 9.20 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 3.46 रूपए प्रति लीटर था. पिछले 6 सालों में केंद्र की भाजपा सरकार ने पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क में 23.78 रुपए प्रति लीटर और डीजल पर 28.37 रुपए प्रति लीटर की अतिरिक्त बढ़ोतरी कर दी है. चौंकाने वाली बात यह है कि, पिछले 6 सालों में भाजपा सरकार की ओर से डीजल के उत्पाद शुल्क में 820 प्रतिशत और पेट्रोल पंप में 258 प्रतिशत की वृद्धि की गई है. उन्होंने कहा कि, केवल पेट्रोल और डीजल पर लगने वाले उत्पाद शुल्क में बार बार वृद्धि करके मोदी सरकार ने पिछले 6 सालों में 18 लाख करोड़ रूपए कमा लिए है.

ये पढ़ें: पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि को लेकर कांग्रेस का 'हल्ला बोल', वैभव गहलोत भी बैठे धरने पर

देशभर में बढ़ते पेट्रोल डीजल के दामों को लेकर कलेक्ट्रेट के बाहर धरना प्रदर्शन कर राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन दिया. ज्ञापन में 5 मार्च 2020 के बाद पेट्रोल डीजल के दामों और उत्पाद शुल्क में की गई सभी बढ़ोतरी को तत्काल वापस लिए जाने की मांग की है. जिससे इस मुश्किल समय में इसका फायदा देश के हर नागरिक को मिल सके. इस दौरान पूर्व विधायक दर्शन सिंह गुर्जर, पूर्व मंत्री रामस्वरूप मीना, कांग्रेस पदाधिकारी अनिता मीना, अनिल शर्मा सहित कांग्रेसी नेता मौजूद रहें.

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