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जोधपुरः कोरोना से जंग में महिलाओं का योगदान, ग्रामीणों के लिए बना रहीं मास्क

देश में तेजी से फैल रहे कोरोना वायरस के चलते लोगों का मास्क लगाना बेहद जरूरी हो गया है. ऐसे में गांववासी बार बार मास्क नहीं खरीद सकते. इसे देखते हुए जोधपुर के भोपालगढ़ में पंचायत समिति सदस्य शांति देवी और राजेश जाखड़ गांव की महिलाओं के साथ मिलकर गांव के लोगों के लिए सूती कपड़ों के मास्क बना रही हैं. जिससे सभी गांव वाले सुरक्षित रह सकें.

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Published : Apr 22, 2020, 5:33 PM IST

Updated : May 24, 2020, 3:22 PM IST

जोधपुर की खबर राजस्थान की खबर
जोधपुर में महिलाएं बना रही गांववासियों के लिए मास्क

भोपालगढ़ (जोधपुर). कोरोना वायरस से बचाव के लिए शासन और प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की मदद नहीं पहुंच पा रही है, लेकिन इस विकट परिस्थिति में कुछ लोग है जो योद्धा के रूप में आगे आए हैं. ऐसे में भोपालगढ़ पंचायत समिति की निवर्तमान सदस्य शांति राजेश जाखड़ ने कस्बे की महिलाओं के साथ मिलकर एक बड़ी परेशानी का हल खोजा है.

वायरस ना फैले इसलिए मास्क है जरूरी-

कोरोना से बचाव के लिए सबसे मुख्य हथियार है मास्क. गांव में मास्क मेडिकल शॉप पर मिलते हैं, लेकिन वो भी डिस्पोजल. जिसका एक बार ही उपयोग किया सकता है. ग्रामीण बार-बार मास्क नहीं खरीद सकते. इसलिए गांव की निवर्तमान पंचायत समिति सदस्य शांति देवी राजेश जाखड़ ने अपने प्रयासों से सूती कपड़ा जुटाया और गांव की महिलाओं को मास्क बनाने के लिए प्रोत्साहित किया. जनहित में गांव की 6 से ज्यादा महिलाएं कपड़े का मास्क बनाने में जुट गई हैं.

जोधपुर की खबर राजस्थान की खबर
जोधपुर में महिलाएं बना रही गांववासियों के लिए मास्क

हर महिला बनी योद्धा-

मास्क बनाने के लिए महिलाओं को कोई पारिश्रमिक नहीं मिलेगा, लेकिन उन्हें संतोष है कि कोरोना से बचाव की जंग में उन्हें अपनी भागीदारी निभाने का मौका मिल रहा है. गांव की 6 से अधिक महिलाओं ने अब तक 3 हजार कपड़े के मास्क बनाएं हैं. ग्रामीण कोरोना योद्धा महिलाएं बताती है कि गांववासियों के लिए हम मास्क बना रहे हैं, ताकि मास्क लगाकर रहने से ग्रामीण कोरोना वायरस से बच सके.

पढ़ें- मॉडिफाइड लॉकडाउन: जोधपुर में कृषि कार्यों से जुड़े केंद्र खुले, नहीं पहुंचे किसान

कपड़े का मास्क चलेगा लंबा-

वहीं, महिलाओं का कहना है कि कपड़े का मास्क लंबे समय तक उपयोग में लिया जा सकता है. बशर्त इसके उपयोग के बाद उसे गर्म पानी से धोकर धूप में सुखा लिया जाए.

भोपालगढ़ (जोधपुर). कोरोना वायरस से बचाव के लिए शासन और प्रशासन की ओर से लगातार प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की मदद नहीं पहुंच पा रही है, लेकिन इस विकट परिस्थिति में कुछ लोग है जो योद्धा के रूप में आगे आए हैं. ऐसे में भोपालगढ़ पंचायत समिति की निवर्तमान सदस्य शांति राजेश जाखड़ ने कस्बे की महिलाओं के साथ मिलकर एक बड़ी परेशानी का हल खोजा है.

वायरस ना फैले इसलिए मास्क है जरूरी-

कोरोना से बचाव के लिए सबसे मुख्य हथियार है मास्क. गांव में मास्क मेडिकल शॉप पर मिलते हैं, लेकिन वो भी डिस्पोजल. जिसका एक बार ही उपयोग किया सकता है. ग्रामीण बार-बार मास्क नहीं खरीद सकते. इसलिए गांव की निवर्तमान पंचायत समिति सदस्य शांति देवी राजेश जाखड़ ने अपने प्रयासों से सूती कपड़ा जुटाया और गांव की महिलाओं को मास्क बनाने के लिए प्रोत्साहित किया. जनहित में गांव की 6 से ज्यादा महिलाएं कपड़े का मास्क बनाने में जुट गई हैं.

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हर महिला बनी योद्धा-

मास्क बनाने के लिए महिलाओं को कोई पारिश्रमिक नहीं मिलेगा, लेकिन उन्हें संतोष है कि कोरोना से बचाव की जंग में उन्हें अपनी भागीदारी निभाने का मौका मिल रहा है. गांव की 6 से अधिक महिलाओं ने अब तक 3 हजार कपड़े के मास्क बनाएं हैं. ग्रामीण कोरोना योद्धा महिलाएं बताती है कि गांववासियों के लिए हम मास्क बना रहे हैं, ताकि मास्क लगाकर रहने से ग्रामीण कोरोना वायरस से बच सके.

पढ़ें- मॉडिफाइड लॉकडाउन: जोधपुर में कृषि कार्यों से जुड़े केंद्र खुले, नहीं पहुंचे किसान

कपड़े का मास्क चलेगा लंबा-

वहीं, महिलाओं का कहना है कि कपड़े का मास्क लंबे समय तक उपयोग में लिया जा सकता है. बशर्त इसके उपयोग के बाद उसे गर्म पानी से धोकर धूप में सुखा लिया जाए.

Last Updated : May 24, 2020, 3:22 PM IST
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