शेरगढ़ (जोधपुर). विधानसभा क्षेत्र की पंचायत समिति बालेसर के खनन क्षेत्र में बंद पड़ी 6 हजार खाने फिर से शुरू करने का फैसला किया गया है. यह फैसला शेरगढ़ विधायक द्वारा उपखंड स्तरीय बैठक में लिया गया. इस दौरान विधायक के साथ उपखंड के कई प्रशासनिक अधिकारी मौजूद थे. साथ ही इस बैठक में बालेसर उपखंड क्षेत्र में खाद्यान सामग्री किट के लिए 7 लाख रुपए की सहायता राशि भी विधायक द्वारा दी गई.
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बालेसर कस्बे के उपखंड कार्यालय में आयोजित बैठक में पीसीसी सदस्य उम्मेदसिंह राठौड़ ने बताया कि बालेसर खनन क्षेत्र में लगभग 6 हजार खाने पिछले डेढ़ महिनों से बंद पड़ी है. जिसके कारण हजारों मजदूरों के सामने रोजी रोटी का संकट पैदा हो गया. उपखंड अधिकारी एंव खनिज विभाग के अधिकारियों से चर्चा करने के बाद खाने फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया. वहीं बैठक में उन्होंने कोरोना वायरस संक्रमण के दौरान बाहरी जिलों और राज्यों से आने वाले प्रवासी श्रमिकों में से हॉटस्पाट क्षेत्र वाले श्रमिकों को वेलनेस सेंटरो पर रखने और शेष को होम क्वॉरेंटाइन पर रखे जाने की बात कही गई.
वहीं श्रमिकों को मास्क पहनने, सोशल डिस्टेंसिंग रखने को लेकर चर्चा हुई. साथ ही गर्मी के मौसम में पेयजल की आपूर्ति सुचारू रखने को लेकर निर्देश दिए गए. उन्हाेंने पंचायती राज विभाग से व्यक्तिगत लाभ योजना के मनरेगा के कार्य शुरू करने के लिए कहा. उन्होंने प्रत्येक विभाग से प्रगति रिपोर्ट एवं कोरोना संक्रमण के लॉकडाउन को लेकर की गई तैयारियों को लेकर चर्चा की.
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वहीं शेरगढ़ विधायक मीना कंवर राठौड़ द्वारा विधायक कोष से 7 लाख रुपए बालेसर पंचायत समिति में खाद्यान सामग्री के लिए दिए गए है. इसके लिए बालेसर पंचायत समिति द्वारा प्रत्येक ग्राम पंचायत में राशन के किट देने के लिए राशन किट से भरे हुऐ रथ को पीसीसी सदस्य उम्मेदसिंह राठौड़ सहित अधिकारियों ने हरी झंडी दिखाकर रवाना किया है.