जोधपुर. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने कहा कि श्रम शक्ति सुपरफास्ट एक्सप्रेस में पश्चिम राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, जालोर और सिरोही जिले के लोग सवार हैं. ये लोग लॉकडाउन लागू होने के बाद से कर्नाटक में फंसे हुए थे. मंत्री ने कहा कि उन्हें उनके क्षेत्र के लोगों से जानकारी मिली थी कि कर्नाटक में मारवाड़ से गए श्रमिकों फंसे हुए हैं.
उन्होंने कहा कि जानकारी मिलने के बाद स्पेशल ट्रेन के इंतजाम के लिए हमने रेल मंत्री से बात की थी जिसके बाद सभी श्रमिक आज लौट रहे हैं. शेखावत ने राजस्थान की गहलोत सरकार पर अन्य राज्यों में फंसे श्रमिकों की अनदेखी करने का आरोप लगाते हुए कहा कि मुख्यमंत्री मदद पहुंचाने के स्थान पर आरोप-प्रत्यारोप की ओछी राजनीति में लगे हुए हैं.
मंत्री ने कहा कि अशोक गहलोत ट्रेन सेवा पर बसों के परिचालन को तरजीह देते रहे और श्रमिकों की घर वापसी की नाकामी का ठीकरा केंद्र सरकार पर फोड़ने की कोशिश की. एक तरफ केंद्र सरकार ट्रेन की मांग पूछ रही थी, दूसरी ओर गहलोत राजनीतिक लाभ का रास्ता निकालकर मुख्य मुद्दे से ध्यान भटकाने में लगे थे.
शेखावत ने कहा, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत अपने लोगों की घर वापसी के मुद्दे से हटकर उत्तर प्रदेश सरकार से बसों के इंतजाम को लेकर हुए अनावश्यक विवाद को मीडिया के सामने रखते रहे. राजस्थान की सरकार कांग्रेस हाईकमान के ईशारे पर भाजपा नेतृत्व को निशाना बनाने के मिशन में लगी है. उन्होंने गहलोत सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इन्हें राज्य की निवासियों की पीड़ा से कोई संवेदना नहीं है.
बता दें, श्रमिक स्पेशल ट्रेन बेंगलुरु से 27 मई की रात 10 बजे रवाना हुई थी जिसे 29 मई की सुबह 10 बजे जोधपुर पहुंचेगी. जिसे लेकर केंद्रीय जल शक्ति मंत्री और स्थानीय सांसद गजेंद्र सिंह शेखावत उनकी अगवानी करने स्टेशन पर मौजूद रहेंगे. श्रमिकों की घर वापसी को लेकर केंद्रीय मंत्री ने कहा कि ऐसा लग रहा है जैसे मेरे परिवार के सदस्य घर लौट रहे हैं.