जोधपुर. नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने रविवार शाम को जोधपुर सर्किट हाउस में मीडिया से बातचीत करते हुए कहा कि सरकार कल नए जिलों का काम शुरू करने जा रही है. एक जिले में 29 तरह के जिला अधिकारियों के कार्यालय होते हैं. सरकार ने आनन-फानन में आचार संहिता लगने से पहले जिलों के गठन की घोषणा की है.
नए जिलों को लेकर कही ये बात : उन्होंने कहा कि इससे पहले जब भी जिला बना है, तो लोगों से एतराज मांगे गए हैं. अब नए जिले बन गए हैं, ऐसे में कल से ही हजारों लिटिगेंट क्षेत्राधिकार को लेकर घूमना शुरू हो जाएंगे. बिना क्षेत्राधिकार प्रकाशन के वजह से विवाद बढ़ेंगे. उन्होंने लाल डायरी को लेकर कहा कि यह सरकार के अंतर्द्वंद से उभरी हुई एक घटना है. सरकार को बचाने में अहम भूमिका निभाने वाले राजेंद्र गुढ़ा बसपा विधायक दल के नेता थे. उन्होंने पूरी पार्टी को ही कांग्रेस में विलय किया. यह प्रकरण अभी भी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है.
सरकार की आंखों में चुभने लगे गुढ़ा : उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री कहते हैं कि अगर राजेंद्र गुढ़ा नहीं होते तो सरकार नहीं बचती, लेकिन जब राजेंद्र गुढ़ा ने सचिन पायलट के साथ कदमताल की तो सरकार की आंखों में चुभने लगे. उन्हें इस बात के लिए बर्खास्त किया गया कि उन्होंने प्रदेश में महिलाओं के हालात की बात उठाई. सरकार को सच बताया. उनका जवाब सरकार का जवाब था, इसलिए उन्हें बर्खास्त कर दिया गया.
लाल डायरी के तीन पन्नों पर मौन क्यों? : नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि लाल डायरी का जिन्न सरकार पर भारी पड़ेगा. राजेंद्र गुढ़ा ने विधानसभा में लाल डायरी दिखाई, उसके बाद क्या हुआ पूरे देश ने देखा है. उन्होंने डायरी के 3 पन्ने जारी किए, जिसमें मुख्यमंत्री के विशेष अधिकारी, उनके पुत्र और उनके कई सहयोगी के नाम हैं, लेकिन सरकार 1 सप्ताह बाद भी मौन है. सरकार को आगे आकर लाल डायरी की हकीकत बतानी चाहिए, लेकिन सरकार बच रही. सरकार के दामन में कहीं न कहीं दाग है.