जोधपुर. पिछले दिनों वकील जुगराज की हुई हत्या के पांचवें दिन भी शव लेने को लेकर गतिरोध बना रहा. शव का पोस्टमार्टम बुधवार को भी नहीं हो सका. बुधवार को भी पूरे दिन इंतजार के बाद शाम में प्रशासन के साथ वार्ता हुई, जिसमें कुछ सकारात्मक पहल हुई है, जिससे उम्मीद की जा रही है कि अगले एक-दो दिनों में यह मसला सुलझ जाएगा. इधर हाईकोर्ट लॉयर्स एसोसिएशन ने मृतक वकील जुगराज के परिवार के लिए ढाई लाख रुपये की आर्थिक सहायता की घोषणा की है. साथ ही कल से हाईकोर्ट में कार्य बहिष्कार समाप्त करने का भी ऐलान किया है. जयपुर में वकीलों ने हत्या के विरोध में चार घंटे रास्ता रोका.
लेकिन दूसरी ओर राजस्थान हाईकोर्ट एडवोकेट एसोसिएशन ने अपना विरोध-प्रदर्शन जारी रखने का ऐलान किया है. एसोसिएशन के अध्यक्ष रणजीत जोशी ने बताया कि यह मुद्दा पूरे शहर का है. इसको लेकर गुरुवार को पुराने हाईकोर्ट परिसर में शहर की सभी संस्थाओं और सभी पार्टी के राजनेताओं के साथ बैठक होगी. इस मुद्दे को हम पूरे शहर के लोगों के साथ जोड़ेंगे. क्योंकि शहर की जो कानून-व्यवस्था बनी है, उससे हर कोई प्रभावित हो रहा है. वहीं, हाईकोर्ट एडवोसेट्स एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष नाथू सिंह राठौड़ ने भी साफ कहा कि हमारी स्ट्राइक खत्म नहीं होगी.
पढ़ें : Advocate Protest in Jodhpur: वकील जुगराज के शव को लेकर गतिरोध बरकरार, चौथे दिन भी प्रदर्शन जारी
सुरक्षा देने के आदेश, एसआईटी बनाई : इधर वकीलों के साथ हुई वार्ता के बाद पुलिस उपायुक्त डॉक्टर अमृता धवन ने वकील जुगराज हत्या प्रकरण की जांच के लिए एक एसआईटी बनाने के आदेश जारी किए हैं. यह एसआईटी एसीपी राजेंद्र दिवाकर की अगुवाई में काम करेगी, जिसमें 2 थानाधिकारी सहित अन्य पुलिसकर्मी लगाए गए हैं. इसके अलावा वकील के परिवार को सुरक्षा देने के लिए घर पर 24 घंटे दो पुलिसकर्मी तैनात रहेंगे. इसका भी आदेश जारी कर दिया है.
बाइक रैली निकाली, रोड किया जाम : बुधवार को पुराने हाईकोर्ट परिसर से वकीलों ने बाइक रैली निकाली जो महामंदिर होकर वापस महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी पर पहुंची. जहां वकीलों ने सड़क पर जाम लगा दिया. सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. वकीलों के यहां धरना दिए जाने से सांधी पंप से रेलवे स्टेशन जाने वाले रास्ते को पूरी तरह से बंद करने से आमजन परेशान रहा. सबसे ज्यादा ट्रेन के लिए स्टेशन जाने वाले यात्री परेशान हुए. उन्हें ऑटो चालक एक किलोमीटर पहले छोड़ कर चले गए. लेकिन वकील सड़क पर एकतरफा यातायात खोलने के लिए भी सहमत नहीं हुए.