जोधपुर. जिले के बीजेएस क्षेत्र निवासी और एमबीबीएस की छात्रा अनिता कंवर की मिजोरम के जोरम मेडिकल कॉलेज में हार्ट अटैक से मौत हो गई. अनिता का अंतिम संस्कार उनके पैतृक गांव मेड़ता तहसील के तालनपुर में होगा. उसका परिवार जोधपुर के बीजेएस कॉलोनी में अभी रहता है. बता दें कि 19 मार्च को उसकी एमबीबीएस अंतिम वर्ष की परीक्षा पूरी होनी थी. लेकिन उससे ठीक 11 दिन पूर्व ही 8 मार्च यानी अतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के दिन मौत हो गई. अगर वह अपनी परीक्षा पूरी कर लेती तो अपने गांव की पहली महिला डॉक्टर बन जाती.
अनिता कंवर का वर्ष 2018 में नीट में चयन हुआ था. इसके बाद ही उसका जोरम मेडिकल कॉलेज में एडमिशन मिला था. ग्रामीण परिवेश में पली बढ़ी अनिता के लिए अंग्रेजी और मिजोरम की लोकल भाषा के साथ तालमेल बैठाना काफी कठिन था. फिर भी उसने कड़ी मेहनत कर पढ़ाई जारी रखी और एमबीबीएस के फाइनल ईयर तक पहुंची.
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अनिता के काका उमेद सिंह ने बताया कि अनिता फाइनल एग्जाम देने के बाद इंटर्नशिप के लिए जोधपुर आने वाली थी. इस बारे में उसने अपने मित्र और परिचितों को बताई थी, लेकिन हमें 8 मार्च को राम मेडिकल कॉलेज से उसकी मृत्यु का सूचना मिली. कॉलेज से सूचना मिलने के बाद परिजन 10 मार्च को उसका शव लेकर गांव पहुंचे. 11 मार्च को गांव में पूरे रीति रिवाज के साथ उसका अंतिम संस्कार कर दिया. अनिता के पिता बाबू सिंह राजस्थान पुलिस में एएसआई के पद पर कार्यरत हैं. एक भाई कोचिंग सेंटर फेकल्टी है जबकि छोटा भाई भारतीय वायु सेना में कार्यरत है. वहीं उसकी मां हाउस वाइफ हैं.
कॉलेज ने परीक्षा किया रद्द : 8 मार्च को अनिता कंवर की मौत के बाद कॉलेज प्रशासन ने 9 मार्च से शुरू होने वाली परीक्षा भी पोस्टपोंड कर दिया. प्राथमिक रूप से उसकी मृत्यु का कारण हार्ट अटैक बताया गया है, लेकिन पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही कारण स्पष्ट हो पाएगा. फिलहाल परिवार के सभी लोग गमगीन है.