जोधपुर. शहर के एक ज्वेलर का अपहरण कर हत्या का मामला (Jodhpur Based Jeweler Kidnapped and murdered ) सामने आया है. रातानाड़ा के सर्राफ अनिल सोनी की पाल गांव में ज्वेलरी की दुकान है. बुधवार रात 8:00 बजे तक जब वो घर नहीं पहुंचे तो परेशान परिजनों ने उनकी तलाश शुरू की. फोन भी स्विच ऑफ आ रहा था. जिसके बाद परिजन ने दुकान के आसपास के सीसीटीवी फुटेज देखे तो उसमें वो राजू माली संग शाम साढ़े छह बजे क्रेटा कार से जाते दिखे. जिसके बाद परिजनों ने बोरानाडा थाना पुलिस को सूचना दी कि राजू माली अनिल को अपने साथ ले गया है. आरोप है कि पुलिस ने इसको गंभीरता से नहीं लिया और परिजनों को टरका कर भेज दिया. परिवार वालों के मुताबिक पुलिस वाले ने कहा की कार में तो वह अपनी मर्जी से जाता दिख रहा है.
फिर परिजन पहुंचे पुलिस के दर, लेकिन...: इसके कुछ देर बाद जब सांडेराव टोल से फास्ट टैग चार्जेज कटने का मैसेज आया तो परिजनों ने इसकी सूचना भी पुलिस को दी. इसके बावजूद एफआईआर दर्ज नहीं की गई. अब पुलिस तर्क दे रही है कि उसने नाकाबंदी करवा दी थी फिर भी बच कर निकल गए. सवाल यहीं उठ रहा है कि आखिर कथित मुस्तैदी के बाद पूरी रात सांडेराव से आगे कोई भी पुलिस उनका पता क्यों नही (Jeweler Family Grievance Not Addressed By Jodhpur Police) लगा पाई. सुबह 11 बजे पुलिस को सूचना मिली कि उदयपुर के सायरा थाना क्षेत्र में एक अधजला शव (Jodhpur Jeweler Body Found In Udaipur) मिला है. जिसके बाद पुलिस ने परिजनों को जानकारी दी. उन्हे मौके पर ले जाकर शिनाख्त की तो अनिल का शव होने की पुष्टि की गई.अब पुलिस राजू माली का पता कर रही है. उसके परिजनों से भी पूछताछ की जा रही है. साथ ही घटना के कारणों की पड़ताल कर रही है.
रात साढ़े दस से सुबह तक आरोपी लेकर घूमता रहा: राजू माली अनिल की कार ड्राइव कर रहा था रात करीब 10:30 बजे सांडेराव टोल पर से कार गुजरी जिसका सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया है. लेकिन इसके बाद कहीं पर भी पुलिस उस कार को पकड़ नहीं पाई. जबकि रात को ही अन्य जिलों की पुलिस से कॉर्डिनेशन होता और तत्परता दिखाई होती तो शायद सिरोही और उदयपुर पुलिस रात को ही कार की तलाशी तेजी से करती. लेकिन जोधपुर पुलिस ने तो तब तक मामला ही दर्ज नहीं किया, ऐसे में अन्य जिला पुलिस को कैसे जोड़ा जाता? यही कारण है कि गुरुवार सुबह गोगुंदा थाना पुलिस के उस इलाके में की गई नाकाबंदी के बाद भी आरोपी राजू माली आराम से उसी कार से वापस निकल गया. इसके कुछ देर बाद ही सायरा पुलिस को रणकपुर घाटा के पास शव मिला जिसकी जानकारी मिलने पर जोधपुर पुलिस हरकत में आई.यानी की रात साढ़े दस से सुबह हत्या तक आरोपी अनिल को लेकर घूमता रहा.
उदयपुर से सूचना के बाद दर्ज की एफआईआर: ACP बोरानाडा जयप्रकाश का कहना है कि गुरुवार सुबह 11:00 बजे हमें उदयपुर से जानकारी मिली जिसके बाद हम परिजनों को लेकर मौका ए वारदात पर पहुंचे. इसके बाद दोपहर 12.29 पर एफआईआर दर्ज की गई. जबकि परिजनों ने पहली जानकारी बुधवार रात करीब 8:00 बजे ही पुलिस को दे दी थी लेकिन पुलिस ने मामले को गंभीरता से नहीं (jodhpur Police Under Scanner in Jeweler Murder Case) लिया.
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कारण सोना चांदी या कुछ और, आरोपी साइको!: अनिल के पिता भंवरलाल सोनी ने जो रिपोर्ट दी है उसमें ये बताया गया है कि राजू माली फिर से कुछ दिनों से दुकान पर आ जा रहा था. उनको आशंका है कि कोई नशीला पदार्थ खिलाकर अनिल को अपने साथ ले गया. दुकान से जाते वक्त अनिल के पास कितना सामान था इसकी भी जानकारी नहीं है. सामान्यत अनिल दुकान से घर के लिए शाम को निकलता तो दुकान के सभी आभूषण अपने साथ वापस घर लेकर जाता था. ऐसे में बुधवार को वो निकला तो उसके पास बड़ी मात्रा में सोना चांदी हो सकता है. जो हत्या की एक वजह हो सकती है. ये भी बताया जा रहा है की राजू पाक विस्थापित है और एक तरह का साइको है हालांकि इन बातों की पुष्टि उसकी गिरफ्तारी से होगी.