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जोधपुर में एंटरप्रेन्योर फंडिंग के लिए आयोजित हुआ आई स्टार्ट, इनोवेटिव आइडिया को मिलेगा मंच

शार्क टैंक इंडिया की तर्ज पर अब राजस्थान में सरकार की ओर से एंटरप्रेन्योर प्रमोशन व फंडिग की दिशा में कारगर कदम उठाया जा रहा है. वहीं, जोधपुर में आई स्टार्ट इनक्यूबेशन सेंटर पर एक पिचिंग सेशन व इन्वेस्टर वर्कशॉप का आयोजन किया गया.

I start organized for entrepreneur funding
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Published : Feb 24, 2023, 9:47 PM IST

जोधपुर में एंटरप्रेन्योर फंडिंग पर सेशन

जोधपुर. इन दिनों टीवी व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शार्क टैंक इंडिया खासा चर्चा में है, क्योंकि इस मंच के जरिए एंटरप्रेन्योर अपने कार्य कौशल व आगामी योजनाओं की प्रस्तुति के बाद आसानी से फंड प्राप्त करने में कामयाब हो रहे हैं. लेकिन सबसे खास बात यह है कि ये सब कुछ निजी क्षेत्र में हो रहा है. वहीं, अब राज्य सरकार भी नए एंटरप्रेन्योर्स की मदद को सामने आई है. साथ ही जोधपुर में नए बिजनेस आइडिया को आगे बढ़ाने की कवायद हो रही है. इसके लिए सिटी में आई स्टार्ट इनक्यूबेशन सेंटर पर एक पिचिंग सेशन व इन्वेस्टर वर्कशॉप का आयोजन किया गया है. जिसमें करीब दो दर्जन फाउंडर्स ने अपने-अपने आइडिया इन्वेस्टर के सामने रखे.

वहीं, इनक्यूबेशन के प्रभारी व डीओआईटी विभाग के उपनिदेशक जेपी ज्याणी ने बताया कि कई एंटरप्रेन्योर ने अपने आइडिया लेट्सवेंचर के मनदीप सिंह के सामने रखे हैं. जो उनसे खासा प्रभावित भी हुए हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में इन्वेस्टर किसे कितनी फडिंग देंगे, इसका पता भी चलेगा. ज्याणी ने आगे कहा कि हमारा प्रयास है कि नए बिजनेस आइडिया को तेजी से आगे बढ़ाया जाए. ताकि एंटरप्रेन्योर सरकारी सुविधाओं से लाभान्वित हो सके और व्यापार के क्षेत्र में आगे बढ़ सके.

100 से ज्यादा आइडिया में किया इन्वेस्टः 30 साल तक बतौर सीए काम कर चुके लेट्सवेंचर के इन्वेस्टर मनदीप सिंह का कहना है कि लोगों को नौकरी करने की बजाय नौकरी देने के बारे में सोचना चाहिए. उन्हें अपने आइडिया पर काम करना चाहिए है. ताकि उसे कोई खारिज न कर सके. मनदीप ने कहा कि आज सरकार का भी सहयोग मिल रहा है, जो बड़ी बात है. लेकिन एंटरप्रेन्योर को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कितनी फडिंग उठाए, उसके अनुरुप अपने प्रोडक्ट की वेल्यू बनाए रखें. जिससे की उसे अच्छी ग्रोथ हासिल हो सके. मनदीप ने आगे कहा कि वे अब तक सौ से ज्यादा स्टार्टअप में इन्वेस्ट कर चुके हैं.

इसे भी पढ़ें - government school in one room: एक स्कूल ऐसा भी! जहां एक ही कमरे में पढ़ते हैं 105 बच्चे

2500 रुपए के डिवाइस से एक्यूरेसीः एचसीएल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर जोधपुर के बिलाड़ा कस्बे के निवासी शिवनारायण गौड़ ने एक स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी से जुड़ा डिवाइस बनाया. जिससे खिलाड़ी अपनी फिटनेस और खेल की बारिकियों की एक्यूरेसी के बारे में जान सकते हैं. शिवनारायण का कहना है कि उनका डिवाइस एक कोचिंग और कोच की भूमिका निभाता है. इसकी रिपोर्ट मोबाइल पर जनरेट होती है. साथ ही ये ब्लूटूथ से कनेक्ट होता है. गौड़ का कहना है कि ओलंपिक में देश से जो दल गया था, उसमें आधे से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी थे. ऐसे खिलाड़ियों के लिए उनका डिवाइस आगे वरदान साबित हो सकता है.

बजुर्गों के लिए सारथीः सारथी हैल्थ केअर के को फाउंडर लवेंद्र सिंह का कहना है कि सरकार का सहयेाग हमारे लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि उनके सारथी प्लेटफार्म के जरिए घर पर अकेले रहने वाले बुजुर्गों को केअर प्रोवाइड कराया जा सकता है. लवेंद्र ने आगे कहा कि उनके प्लेटफार्म के लिए आई स्टार्ट ने टेक्नोलोजी के लिए फडिंग की थी और आज उनका प्लेटाफार्म लोगों को सर्विस प्रोवाइड करवा रहा है.

सरकार से स्टार्टअप को प्रोत्साहनः राजस्थान में आई स्टार्ट के जरिए राज्य सरकार एंटरप्रेन्योर को सहयोग कर रही है. अभी तक दो हजार से ज्यादा स्टार्टअप को सहयोग मिल चुका है. इसके तहत राजस्थान के प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर इनक्यूबेशन सेंटर खोले गए हैं, जहां युवाओं के लिए कई सुविधाएं विकसित की गई है. यहां फ्री स्पेस, वाई फाई सहित दूसरी सुविधाएं भी दी गई है, ताकि यूथ ब्रिगेड तेजी से व्यवसाय की दिशा में अग्रसर हो.

जोधपुर में एंटरप्रेन्योर फंडिंग पर सेशन

जोधपुर. इन दिनों टीवी व सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर शार्क टैंक इंडिया खासा चर्चा में है, क्योंकि इस मंच के जरिए एंटरप्रेन्योर अपने कार्य कौशल व आगामी योजनाओं की प्रस्तुति के बाद आसानी से फंड प्राप्त करने में कामयाब हो रहे हैं. लेकिन सबसे खास बात यह है कि ये सब कुछ निजी क्षेत्र में हो रहा है. वहीं, अब राज्य सरकार भी नए एंटरप्रेन्योर्स की मदद को सामने आई है. साथ ही जोधपुर में नए बिजनेस आइडिया को आगे बढ़ाने की कवायद हो रही है. इसके लिए सिटी में आई स्टार्ट इनक्यूबेशन सेंटर पर एक पिचिंग सेशन व इन्वेस्टर वर्कशॉप का आयोजन किया गया है. जिसमें करीब दो दर्जन फाउंडर्स ने अपने-अपने आइडिया इन्वेस्टर के सामने रखे.

वहीं, इनक्यूबेशन के प्रभारी व डीओआईटी विभाग के उपनिदेशक जेपी ज्याणी ने बताया कि कई एंटरप्रेन्योर ने अपने आइडिया लेट्सवेंचर के मनदीप सिंह के सामने रखे हैं. जो उनसे खासा प्रभावित भी हुए हैं. ऐसे में आने वाले दिनों में इन्वेस्टर किसे कितनी फडिंग देंगे, इसका पता भी चलेगा. ज्याणी ने आगे कहा कि हमारा प्रयास है कि नए बिजनेस आइडिया को तेजी से आगे बढ़ाया जाए. ताकि एंटरप्रेन्योर सरकारी सुविधाओं से लाभान्वित हो सके और व्यापार के क्षेत्र में आगे बढ़ सके.

100 से ज्यादा आइडिया में किया इन्वेस्टः 30 साल तक बतौर सीए काम कर चुके लेट्सवेंचर के इन्वेस्टर मनदीप सिंह का कहना है कि लोगों को नौकरी करने की बजाय नौकरी देने के बारे में सोचना चाहिए. उन्हें अपने आइडिया पर काम करना चाहिए है. ताकि उसे कोई खारिज न कर सके. मनदीप ने कहा कि आज सरकार का भी सहयोग मिल रहा है, जो बड़ी बात है. लेकिन एंटरप्रेन्योर को यह भी ध्यान रखना चाहिए कि कितनी फडिंग उठाए, उसके अनुरुप अपने प्रोडक्ट की वेल्यू बनाए रखें. जिससे की उसे अच्छी ग्रोथ हासिल हो सके. मनदीप ने आगे कहा कि वे अब तक सौ से ज्यादा स्टार्टअप में इन्वेस्ट कर चुके हैं.

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2500 रुपए के डिवाइस से एक्यूरेसीः एचसीएल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर की नौकरी छोड़कर जोधपुर के बिलाड़ा कस्बे के निवासी शिवनारायण गौड़ ने एक स्पोर्ट्स टेक्नोलॉजी से जुड़ा डिवाइस बनाया. जिससे खिलाड़ी अपनी फिटनेस और खेल की बारिकियों की एक्यूरेसी के बारे में जान सकते हैं. शिवनारायण का कहना है कि उनका डिवाइस एक कोचिंग और कोच की भूमिका निभाता है. इसकी रिपोर्ट मोबाइल पर जनरेट होती है. साथ ही ये ब्लूटूथ से कनेक्ट होता है. गौड़ का कहना है कि ओलंपिक में देश से जो दल गया था, उसमें आधे से ज्यादा ग्रामीण क्षेत्र के खिलाड़ी थे. ऐसे खिलाड़ियों के लिए उनका डिवाइस आगे वरदान साबित हो सकता है.

बजुर्गों के लिए सारथीः सारथी हैल्थ केअर के को फाउंडर लवेंद्र सिंह का कहना है कि सरकार का सहयेाग हमारे लिए बहुत फायदेमंद साबित हो रहा है. उन्होंने कहा कि उनके सारथी प्लेटफार्म के जरिए घर पर अकेले रहने वाले बुजुर्गों को केअर प्रोवाइड कराया जा सकता है. लवेंद्र ने आगे कहा कि उनके प्लेटफार्म के लिए आई स्टार्ट ने टेक्नोलोजी के लिए फडिंग की थी और आज उनका प्लेटाफार्म लोगों को सर्विस प्रोवाइड करवा रहा है.

सरकार से स्टार्टअप को प्रोत्साहनः राजस्थान में आई स्टार्ट के जरिए राज्य सरकार एंटरप्रेन्योर को सहयोग कर रही है. अभी तक दो हजार से ज्यादा स्टार्टअप को सहयोग मिल चुका है. इसके तहत राजस्थान के प्रत्येक संभाग मुख्यालय पर इनक्यूबेशन सेंटर खोले गए हैं, जहां युवाओं के लिए कई सुविधाएं विकसित की गई है. यहां फ्री स्पेस, वाई फाई सहित दूसरी सुविधाएं भी दी गई है, ताकि यूथ ब्रिगेड तेजी से व्यवसाय की दिशा में अग्रसर हो.

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