जोधपुर. केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने राजस्थान बोर्ड की इतिहास के किताबों में तथ्यों से छेड़छाड़ के मामले में कहा कि हमारे इतिहास के साथ दुर्भावनापूर्ण और सुनियोजित तरीके से छेड़छाड़ की गई. षड्यंत्र जिस भी तरीके से किया गया है. इसमें राजस्थान सरकार को इस षड्यंत्र में हस्तक्षेप कर तुरंत निस्तारण करना चाहिए.
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने सोमवार की सुबह सर्किट हाउस में ईटीवी भारत से खास बातचीत की. जिसमें उन्होंने कहा कि हमारे इतिहास के साथ दुर्भावनापूर्ण सुनियोजित तरीके से छेड़छाड़ की गई. आजादी से पहले ऐसे प्रयास अंग्रेजों ने, उससे पहले भी मुगलों के सरपरस्ती में रहने वाले ऐसे इतिहासकारों ने और चाटुकारों ने इस तरह के कुछ षड्यंत्र किए गए थे. उन्होंने कहा कि महापुरुष किसी एक समाज, किसी एक देश के लिए इतिहास और इतिहास पुरुष टर्म ऑफ रेफरेंस के लिए नहीं होते. उनके लिए वे प्रेरणा के स्रोत होते हैं.
यह भी पढ़ें. पेट्रोल-डीजल के दामों में वृद्धि को लेकर कांग्रेस का 'हल्ला बोल', वैभव गहलोत भी बैठे धरने पर
शेखावत ने कहा कि इतिहास में हुई घटनाएं, इतिहास पुरुषों के चरित्र उनसे मार्गदर्शन लेकर आने वाली पीढ़ियों में राष्ट्रीयता का भाव उदय होता है. मुख्यमंत्री गहलोत को इस मामले का जल्द ही निस्तारण करना चाहिए. जिससे समाज की भावनाएं आहत ना हो.
यह भी पढ़ें. केंद्रीय मंत्री शेखावत ने दिखाई मानवता...सड़क हादसे में घायल युवकों को पुलिस गाड़ी से पहुंचाया अस्पताल
साथ ही शेखावत ने कहा कि इतिहास के ऐसे महान पुरुष चाहे महाराणा प्रताप, छत्रपति शिवाजी या वीर दुर्गादास हो, ये किसी एक समाज, एक जाति, एक वर्ग या किसी क्षेत्र का प्रतिनिधित्व नहीं करते, वे पूरे राष्ट्र की ख्याति हैं. हम सब का सामूहिक गौरव हैं. उनके साथ इस तरह छेड़छाड़ करना निश्चित रूप से दुर्भाग्यपूर्ण है. इसकी जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है.
क्या है मामला
राजस्थान माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 10वीं और 12वीं की किताबों में मेवाड़ राजवंश और हल्दीघाटी युद्ध के बारे में लिखा गया है. इन किताबों में दिए गए तथ्यों में आपस में ही विरोधाभास है. वहीं 10वीं की किताब राजस्थान का इतिहास और संस्कृति में उदय सिंह को हत्यारा और हल्दीघाटी में नवविवाहिताओं के लड़ने का जिक्र किया गया है. जिसपर लगातार विरोध जताया जा रहा है.