ETV Bharat / state

डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और MDM अस्पताल अधीक्षक एपीओ, ये है वजह

author img

By ETV Bharat Rajasthan Team

Published : Jan 18, 2024, 12:50 PM IST

12 जनवरी को एमडीएम ट्रोमा में वेंटिलेटर बंद होने से युवक की मौत हो गई थी. चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य और एमडीएम अधीक्षक को एपीओ कर जयपुर उपस्थिति होने का आदेश जारी किया है.

Major action by Medical Education Department
चिकित्सा शिक्षा विभाग की बड़ी कार्रवाई

जोधपुर. पूर्व सीएम अशोक गहलोत के शहर में कांग्रेस सरकार में लगाए गए अधिकारियों की विदाई की शुरूआत हो गई है. एमडीएम अस्पताल में हाल ही में वेंटीलेटर बंद होने से हुई एक युवक की मौत की घटना के बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दिलीप कच्छवाह और एमडीएम अधीक्षक डॉ. विकास राजपुरोहित को एपीओ कर जयपुर उपस्थिति होने का आदेश जारी किया है.

गुरुवार को जब यह आदेश जारी हुआ तो डॉ. कच्छवाह और डॉ. राजपुरोहित सालान होने वाली बीएफसी की बैठक में भाग लेने जयपुर जा रहे थे. रास्ते में दोनों को एपीओ होने के आदेश मिले.आदेशों में इस कार्रवाई की वजह प्रशासनिक कारण बताए जा रहे हैं. आदेश विभाग के शासन संयुक्त सचिव इकबाल खान ने जारी किए हैं, लेकिन जानकारों का कहना है कि सरकार को प्राचार्य डॉ. दिलीप कच्छवाह को हटाने का बहाना चाहिए था. ऐसे में एमडीएम की घटना में अकेले प्रिंसिपल पर कार्रवाई नहीं हो सकती थी. अधीक्षक के साथ उनको भी एपीओ कर दिया गया. इसके संकेत स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिंवसर ने घटना के अगले दिन एमडीएम विजिट से पहले यह कहते हुए दिए थे कि बड़े अधिकारियों की लापरवाही पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई में हम देरी नहीं करेंगे.

इसे भी पढ़ें- राजस्थान के जोधपुर में वेंटिलेटर बंद होने से युवक की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

उल्लेखनीय है कि 12 जनवरी की सुबह एमडीएम ट्रोमा में बिजली बंद होने से वेंटिलेटर बंद हो गया था. इससे गोपाल नामक युवक की मृत्यु हो गई थी. इसको लेकर प्रशासनिक और विभाग की जांच अभी चल रही थी. इस मामले में दो नर्सेज व एक डॉक्टर को एपीओ भी किया गया था.

इनको दिया कार्यभार : चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों में बताया गया कि डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पद का अगले आदेशों तक कार्यभार उमेद की पूर्व अधीक्षक डॉ. रंजना देसाई देखेगी. इसी तरह से एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक का कार्यभार मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. नवीन किशोरिया देखेंगे.

बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं जोधपुर में : पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने अपने गृहनगर की स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत करने के​ लिए अपने तीसरे कार्यकाल में कई बड़े काम शुरू करवाए हैं, जिनको अभी पूरा होना है. डॉ. कच्छवाह को इनकी जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इनमें एमडीएम में न्यूरो साइंस सेंटर, रिजनल कैंसर इंस्टीट्यूट, डेटल कॉलेज और मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी जैसे अहम प्रोजेक्ट हैं. नई सरकार में इनके पूरे होकर संचालित होने में देरी ही होगी.

जोधपुर. पूर्व सीएम अशोक गहलोत के शहर में कांग्रेस सरकार में लगाए गए अधिकारियों की विदाई की शुरूआत हो गई है. एमडीएम अस्पताल में हाल ही में वेंटीलेटर बंद होने से हुई एक युवक की मौत की घटना के बाद चिकित्सा शिक्षा विभाग ने कार्रवाई करते हुए डॉ. एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. दिलीप कच्छवाह और एमडीएम अधीक्षक डॉ. विकास राजपुरोहित को एपीओ कर जयपुर उपस्थिति होने का आदेश जारी किया है.

गुरुवार को जब यह आदेश जारी हुआ तो डॉ. कच्छवाह और डॉ. राजपुरोहित सालान होने वाली बीएफसी की बैठक में भाग लेने जयपुर जा रहे थे. रास्ते में दोनों को एपीओ होने के आदेश मिले.आदेशों में इस कार्रवाई की वजह प्रशासनिक कारण बताए जा रहे हैं. आदेश विभाग के शासन संयुक्त सचिव इकबाल खान ने जारी किए हैं, लेकिन जानकारों का कहना है कि सरकार को प्राचार्य डॉ. दिलीप कच्छवाह को हटाने का बहाना चाहिए था. ऐसे में एमडीएम की घटना में अकेले प्रिंसिपल पर कार्रवाई नहीं हो सकती थी. अधीक्षक के साथ उनको भी एपीओ कर दिया गया. इसके संकेत स्वास्थ्य मंत्री गजेंद्र सिंह खिंवसर ने घटना के अगले दिन एमडीएम विजिट से पहले यह कहते हुए दिए थे कि बड़े अधिकारियों की लापरवाही पर उनके खिलाफ भी कार्रवाई में हम देरी नहीं करेंगे.

इसे भी पढ़ें- राजस्थान के जोधपुर में वेंटिलेटर बंद होने से युवक की मौत, परिजनों ने लगाया लापरवाही का आरोप

उल्लेखनीय है कि 12 जनवरी की सुबह एमडीएम ट्रोमा में बिजली बंद होने से वेंटिलेटर बंद हो गया था. इससे गोपाल नामक युवक की मृत्यु हो गई थी. इसको लेकर प्रशासनिक और विभाग की जांच अभी चल रही थी. इस मामले में दो नर्सेज व एक डॉक्टर को एपीओ भी किया गया था.

इनको दिया कार्यभार : चिकित्सा शिक्षा विभाग की ओर से जारी आदेशों में बताया गया कि डॉ एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य पद का अगले आदेशों तक कार्यभार उमेद की पूर्व अधीक्षक डॉ. रंजना देसाई देखेगी. इसी तरह से एमडीएम अस्पताल के अधीक्षक का कार्यभार मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर डॉ. नवीन किशोरिया देखेंगे.

बड़े प्रोजेक्ट चल रहे हैं जोधपुर में : पूर्व सीएम अशोक गहलोत ने अपने गृहनगर की स्वास्थ्य सेवाएं मजबूत करने के​ लिए अपने तीसरे कार्यकाल में कई बड़े काम शुरू करवाए हैं, जिनको अभी पूरा होना है. डॉ. कच्छवाह को इनकी जिम्मेदारी सौंपी गई थी. इनमें एमडीएम में न्यूरो साइंस सेंटर, रिजनल कैंसर इंस्टीट्यूट, डेटल कॉलेज और मारवाड़ मेडिकल यूनिवर्सिटी जैसे अहम प्रोजेक्ट हैं. नई सरकार में इनके पूरे होकर संचालित होने में देरी ही होगी.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.