भोपालगढ़ (जोधपुर). उप जिला कलेक्टर सुखाराम पिंडेल ने जोधपुर डिस्कॉम के भोपालगढ़ स्थित सहायक अभियंता कार्यालय का औचक निरीक्षण किया है. साथ ही विद्युत व्यवस्थाओं का जायजा लेते हुए अधिकारियों और कर्मचारियों की बैठक लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. इस दौरान उप जिला कलेक्टर ने नायब तहसीलदार हरेंद्र मूंड के साथ डिस्कॉम के सहायक अभियंता कार्यालय पहुंचकर विद्युत वितरण व्यवस्था और फीडर के साथ ही विद्युत लाइनों के रखरखाव आदि के संबंध में विस्तारपूर्वक जानकारी ली.
साथ ही कस्बे सहित क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में यहां से होने वाली संपूर्ण विद्युत आपूर्ति और छीजत आदि के बारे में भी अधिकारियों-कर्मचारियों से चर्चा की. इसके बाद सहायक अभियंता कार्यालय में डिस्कॉम के सहायक अभियंता सुरेंद्र सेंवर और अन्य अधिकारियों-कर्मचारियों के साथ बैठक करते हुए किसानों की बिजली संबंधित समस्याओं का प्राथमिकता से निस्तारण करने और किसानों को समय पर पर्याप्त बिजली देने के साथ ही बारिश के समय में कस्बे सहित ग्रामीण इलाकों में भी विद्युत आपूर्ति सुचारू बनाए रखने को लेकर दिशा-निर्देश दिए.
वहीं विद्युत बिलों की बकाया स्थिति और वसूली प्रक्रिया के बारे में भी जानकारी लेते हुए इस संबंध में आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इस दौरान उप जिला कलेक्टर पिण्डेल के समक्ष सहायक अभियंता सुरेंद्र सेंवर ने क्षेत्र की संपूर्ण विद्युत व्यवस्था को लेकर जानकारी दी. बैठक में नायब तहसीलदार हरेंद्र मूंड और डिस्कॉम एईन सुरेन्द्र सेंवर के साथ ही डिस्कॉम के अन्य अधिकारी और कर्मचारी भी मौजूद रहे.
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक का भोपालगढ़ दौरा
नवनियुक्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जोधपुर ग्रामीण सुनील कुमार ने कार्यभार संभालने के बाद पहली बार भोपालगढ़ क्षेत्र का दौरा किया और स्थानीय पुलिस थाने का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा लिया. साथ ही थाना क्षेत्र के आपराधिक रिकॉर्ड और अन्य मुद्दों के बारे में पुलिस उपाधीक्षक धर्मेन्द्र डूकिया और थाना प्रभारी सब इंस्पेक्टर राजेन्द्र खदाव के साथ ही स्टाफ से विस्तृत चर्चा की. साथ ही क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में शांति और कानून-व्यवस्था को लेकर भी विचार-विमर्श किया. इसके अलावा सभी पुलिसकर्मियों से भी एक-एककर व्यक्तिगत मिलकर उनकी समस्याएं जानी.
नवनियुक्त अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सुनील कुमार का यहां पहुंचने पर डिप्टी धर्मेन्द्र डूकिया और थानाधिकारी राजेन्द्र खदाव ने उनकी अगवानी की तथा स्थानीय पुलिसकर्मियों ने गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया. बाद में उन्होंने संपूर्ण थाना परिसर का अवलोकन किया और डूकिया और खदाव के साथ स्थानीय पुलिस थाने से संबंधित आपराधिक फाइलों और रिकॉर्ड के बारे में जानकारी प्राप्त की. उन्होंने पुलिस प्राथमिकता की पालना पर जोर दिया और कहा कि ग्रामीण इलाकों में अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए पुलिस को संवेदनशील होकर कार्य करना चाहिए.
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इस दौरान उन्होंने क्षेत्र के ग्रामीण इलाकों में सड़क दुर्घटना में कमी लाने के लिए यातायात नियमों की पालना कराने, स्मैक, अफीम और शराब की तस्करी को रोकने के लिए चौकस नजरें रखते हुए आवश्यक कदम उठाने एवं वन्य जीवों के शिकार की घटनाओं पर भी अंकुश लगाने के लिए शिकारी जातियों के डेरों पर विशेष निगाह रखने आदि के बारे में जरूरी दिशा-निर्देश भी दिए.