जोधपुर. मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बीते 4 सालों में जोधपुर शहर व जिले के लिए बजट में 300 से ज्यादा घोषणाएं की. इनमें कई पूरी हो चुकी हैं, लेकिन जोधपुर शहर के लिए की गई बड़ी घोषणाओं में अभी भी कई घोषणाओं के धरातल पर उतरने की इंतजार किया जा रहा है. उन घोषणाओं को लेकर कोई बड़ी रूपरेखा भी नहीं बनी है.
गत बजट में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने जोधपुर को केंद्र द्वारा स्मार्ट सिटी नहीं बनाए जाने के बाद राज्य सरकार की ओर से जोधपुर को स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की थी. लेकिन बीते 1 साल में जोधपुर के इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर कोई भी काम नहीं हुआ. यह घोषणा सिर्फ विधानसभा तक सिमट कर रह गई. चार सालों में जितनी भी घोषणाएं हुईं, उनमें 2020 की घोषणाओं पर सर्वाधिक काम हुआ है.
घोषणाएं जिनको अमली जामा पहनाने की जरूरत:
- काकानी में 765 केवी जीएसएस 3 हजार करोड़ से बनाने की घोषणा हुई. लेकिन अतिक्रमण और अन्य विवादों के चलते चार साल में जमीन अधिग्रहित नहीं हो सकी.
- एलिवेटेड रोड के लिए डीपीआर 2.5 करोड़ में बनाई. लेकिन यूडीएच मंत्री ने प्रोजेक्ट रद्द किया. बाद में केंद्रीय मंत्री गडकरी ने घोषणा की. अभी तक लंबित.
- बनाड़ रोड पर सबसे बड़ी परेशानी का समाधान के लिए बरसाती नाला और आरओबी की घोषणा. आरओबी तो बनना दूर, अब तक डीपीआर भी फाइनल नहीं हो सकी.
- मथुरादास माथुर अस्पताल में मानसिक रोगियों के लिए हाफ वे होम बनना था. घोषणा के बाद चर्चा भी नहीं हुई. जबकि सालाना 50 हजार मरीज आते हैं.
- जोधपुर में वेटरनरी कॉलेज की घोषणा हुई. घोषणा के बाद जमीन देखी गई, लेकिन चार साल में कुछ नहीं हुआ.
- केंद्र ने जोधपुर को स्मार्ट सिटी योजना में शामिल नहीं किया, तो गत वर्ष सीएम ने राज्य सरकार की ओर से स्मार्ट सिटी बनाने की घोषणा की लेकिन कुछ नहीं हुआ.
- हॉटलाइन पर ट्रैफिक सुधारने किए लूप सिस्टम बनाने की घोषणा हुई, लेकिन सर्वे से आगे काम नहीं बढ़ा.
- प्रदेश की दूसरी सरकारी डेंटल कॉलेज की घोषणा जोधपुर के लिए हुई. लेकिन काम अभी तक शुरू नहीं हुआ. भूजल विभाग की भूमि पर बनना प्रस्तावित.
बड़ी घोषणाएं जिनका काम शुरू:
- पानी के लिए लिफ्ट नहर के तीसरे चरण 2019 में घोषणा हुई. 2 साल बाद काम शुरू हुआ. पूरा खर्च 1600 करोड़ राज्य सरकार उठा रही है.
- क्षेत्रीय कैंसर सेंटर 100 करोड़ बनाने की घोषणा पर दो साल बाद काम शुरू हो गया. पश्चिमी राजस्थान को इससे बड़ा फायदा होगा.
- जेएनवीयू से अलग कर एमबीएम इंजीनिरिंग यूनिवर्सिटी बनाई. अभी स्टाफ की कमी. 400 करोड़ के फिंटेक संस्थान की घोषणा. फिलहाल अस्थाई भवन में शुरू.
- शहर के लिए केंद्रीय बस स्टैंड, टाउन हॉल का जिर्णोद्धार, नया कन्वेशन सेंटर बनाने की घोषणा हुई. सभी का तेजी से काम जारी. इस साल हो सकते हैं पूरे.
- एमडीएम अस्पताल में मल्टीस्टोरी आईसीयू की घोषणा. बनकर तैयार हुआ, शिफ्ट होने का इंतजार. नया ट्रामा अस्पताल भी शुरू, पीडियाट्रिक केथलैब भी शुरू.
- खेलों को बढ़ावा देने के लिए स्पोर्ट्स एकेडमी का निर्माण, शारीरिक शिक्षा महाविद्यालय परिसर में कार्य शुरू.