जोधपुर. 9 दिनों से जोधपुर एम्स में भर्ती आसाराम को गुरुवार को जेल भेज दिया गया है. जेल शिफ्टिंग के दौरान आसाराम के समर्थक एम्स परिसर के आसपास जमा हो गए. जिससे पुलिस प्रशासन को परेशानी का सामना करना पड़ा.
जोधपुर एम्स (Jodhpur AIIMS) में आसाराम का पोस्ट कोविड कॉम्पलिकेशन का इलाज चल रहा था. बीमारी से उबरने के बाद उसे गुरुवार को वापस जेल भेज दिया. आसाराम के समर्थकों के कारण पुलिस ने काफी देर तक उसे इमरजेंसी में रोके रखा. पुलिस आसाराम को पर्याप्त सुरक्षा जाब्ता के साथ जेल ले जाने के लिए रवाना हुई. एम्स गेट के बाहर भी समर्थक खड़े रहे.
एम्स सूत्रों के अनुसार आसाराम को पोस्ट कोविड कॉम्पलिकेशन (Asaram Corona infected) होने से उसे सांस लेने में तकलीफ हो रही थी. जिसके बाद उसे जेल से जोधपुर एम्स में भर्ती करवाया गया. इसके साथ ही उसे यूरिन इंफेक्शन हो गया. जिसके लिए डॉक्टरों को काफी मशक्क्त करनी पड़ी क्योंकि आसाराम ने एलोपैथिक उपचार लेने से इनकार कर दिया था. डॉक्टरों को आसाराम को पहले मनाना पड़ा, उसके बाद उसका एलोपैथी इलाज शुरू किया गया. जिसके बाद आसाराम का यूरिन इंफेक्शन ठीक होने के साथ स्वास्थ्य में सुधार हुआ. अब उसे डॉक्टरों ने अस्पताल से छुट्टी दे दी है लेकिन समय-समय पर जांच के लिए उसे बुलााया जाएगा.
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आसाराम की याचिका पर गर्मी छुट्टी के बाद सुनवाई
गौरतलब है कि 15 जून की रात को आसाराम की तबीयत बिगड़ी थी. जिसके बाद उसे 16 जून को एम्स ले जाया गया. जहां उसे पोस्ट कोविड वार्ड में भर्ती किया गया था. यहां भी चारों तरफ आसाराम के भक्त आने लगे तो एम्स प्रबंधन को सुरक्षा इंतजाम पुख्ता करने पड़े थे. उल्लेखनीय है कि जोधपुर हाईकोर्ट (Jodhpur High Court) में उपचार के लिए लगाई गई याचिका के खारिज होने के बाद आसाराम ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा भी खटखटाया था लेकिन वहां से भी उसके उपचार के लिए जेल से बाहर आयुर्वेद केंद्र पर भेजे जाने की मांग पर राहत नहीं मिली. याचिका की सुनवाई लगातार टलती गई. अब गर्मी अवकाश के बाद यह सुनवाई होगी.