जोधपुर. आसाराम के अधिवक्ता ने सुनवाई की शुरुआत पीड़ित के उम्र को लेकर की. लेकिन खंडपीठ ने सीधे याचिका पर फोकस करने का कहा. इस पर गुप्ते ने कहा कि आसाराम की 82 साल की उम्र हो गई है. सभी सह आरोपियों को सजा के विरुद्ध स्थगन और जमानत मिली चुकी है. इस पर खंडपीठ ने कहा कि क्या आप इस पर बहस करना चाहेंगे. इस पर वे तैयार हो गए.
कोर्ट ने सरकारी वकील से पूछा कि बहस के लिए क्या आप तैयार है. इस पर सरकारी अधिवक्ता ने दो सप्ताह का समय मांगा. जस्टिस मेहता ने कहा कि सारा रिकॉर्ड उपलब्ध है. लेकिन समय की क्या आवश्यकता है. सरकारी अधिवक्ता ने एक सप्ताह का समय देने का निवेदन किया. इस पर अगली सुनवाई 23 सितंबर को मुकर्रर कर दी. यह पहला मौका है जब आसाराम की जमानत की याचिका बहस के स्तर पर पहुंची है.
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गौरतलब है कि आसाराम को गत वर्ष 25 अप्रैल को कोर्ट के तत्कालीन जज मधुसूदन शर्मा ने जीवन की आखिरी सांस तक जेल में रहने की सजा सुनाई थी. आसाराम को जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को छिंदवाड़ा आश्रम से गिरफ्तार किया था. वह 6 साल 13 दिन से जोधपुर जेल में है.