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झुंझुनू: बारिश के बीच धरने पर डटे रहे मदरसा शिक्षक और पैरा टीचर संघ के सदस्य

झुंझुनू में बारिश के बीच भी मदरसा शिक्षक और पैरा टीचर्स का विरोध जारी है. नियमित करने की मांग को लेकर वे धरने पर बैठे हुए हैं. गुरुवार को बारिश के बीच वे अपनी मांग को लेकर धरने पर बैठे रहे.

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Published : Jul 25, 2019, 8:39 PM IST

विरोध करते मदरसा शिक्षक और पैराटीचर संघ के सदस्य

झुंझुनू. राजस्थान में मदरसा शिक्षक और पैरा टीचर नियमित करने की मांग को लेकर विरोध कर रहे हैं. गुरुवार को बारिश के दौरान उनका विरोध जारी रहा. वे अपनी मांग को पूरा करने को लेकर अड़े रहे.

नियमित करने की मांग को लेकर मदरसा पैरा टीचर बारिश के बावजूद धरने पर बैठे हुए हैं. राज्य स्तरीय आह्वान के तहत मदरसा पैराटीचर संघ ने सोमवार से 7 दिन के धरने का आह्वान किया था. उसके बाद से झुंझुनू जिला कलेक्ट्री पर सामूहिक अवकाश लेकर मदरसा पैरा टीचर धरने पर बैठे हुए हैं. इसके अलावा भी प्रतिदिन विरोध स्वरूप रैली निकालना सहित अन्य तरीकों से प्रदर्शन कर रहे हैं.

बारिश के बीच धरने पर डटे रहे मदरसा शिक्षक और पैराटीचर संघ के सदस्य

राजस्थान पैरा टीचर संघ के जिला अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ अली ने बताया कि कांग्रेस के घोषणापत्र में मदरसा पैराटीचर को नियमित करना शामिल किया गया था. इसके बावजूद इस बार के ना तो बजट में कोई घोषणा की गई और ना ही अनुदान मांगों में शामिल किया गया है. ऐसे में पैरा टीचर्स के सामने आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है. या तो 7 दिन के धरना प्रदर्शन के बाद सरकार हमारे बारे में सोचेगी अन्यथा राजस्थान के सभी पैराटीचर जयपुर कूच करेंगे और वहां जाकर सरकार के सामने प्रदर्शन करेंगे.
28 जुलाई तक चलेगा धरना

राज्य सरकार की वादाखिलाफी नियमितीकरण में मानदेय बढ़ाने को लेकर यह धरना 28 जुलाई तक चलेगा. संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अल्प मानदेय होने के बाद भी एक सरकारी स्कूल के बराबरी मदरसों में सभी प्रकार की गतिविधियां कर रहे हैं. इसलिए चुनावी घोषणा पत्र 2018 के तहत नियमित करने के अलावा 25 हजार रुपए मासिक मानदेय दिया जाए.

झुंझुनू. राजस्थान में मदरसा शिक्षक और पैरा टीचर नियमित करने की मांग को लेकर विरोध कर रहे हैं. गुरुवार को बारिश के दौरान उनका विरोध जारी रहा. वे अपनी मांग को पूरा करने को लेकर अड़े रहे.

नियमित करने की मांग को लेकर मदरसा पैरा टीचर बारिश के बावजूद धरने पर बैठे हुए हैं. राज्य स्तरीय आह्वान के तहत मदरसा पैराटीचर संघ ने सोमवार से 7 दिन के धरने का आह्वान किया था. उसके बाद से झुंझुनू जिला कलेक्ट्री पर सामूहिक अवकाश लेकर मदरसा पैरा टीचर धरने पर बैठे हुए हैं. इसके अलावा भी प्रतिदिन विरोध स्वरूप रैली निकालना सहित अन्य तरीकों से प्रदर्शन कर रहे हैं.

बारिश के बीच धरने पर डटे रहे मदरसा शिक्षक और पैराटीचर संघ के सदस्य

राजस्थान पैरा टीचर संघ के जिला अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ अली ने बताया कि कांग्रेस के घोषणापत्र में मदरसा पैराटीचर को नियमित करना शामिल किया गया था. इसके बावजूद इस बार के ना तो बजट में कोई घोषणा की गई और ना ही अनुदान मांगों में शामिल किया गया है. ऐसे में पैरा टीचर्स के सामने आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है. या तो 7 दिन के धरना प्रदर्शन के बाद सरकार हमारे बारे में सोचेगी अन्यथा राजस्थान के सभी पैराटीचर जयपुर कूच करेंगे और वहां जाकर सरकार के सामने प्रदर्शन करेंगे.
28 जुलाई तक चलेगा धरना

राज्य सरकार की वादाखिलाफी नियमितीकरण में मानदेय बढ़ाने को लेकर यह धरना 28 जुलाई तक चलेगा. संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अल्प मानदेय होने के बाद भी एक सरकारी स्कूल के बराबरी मदरसों में सभी प्रकार की गतिविधियां कर रहे हैं. इसलिए चुनावी घोषणा पत्र 2018 के तहत नियमित करने के अलावा 25 हजार रुपए मासिक मानदेय दिया जाए.

Intro:राज्य सरकार ने सभी विभागों से संविदा कर्मचारियों की सूची मांगी थी और वादा किया था कि उन्हें नियमित किया जाएगा। ऐसे में अब अलग-अलग संविदा कर्मचारियों के संघ प्रदर्शन करते रहे हैं और अब राजस्थान पैराटीचर संघ के बैनर तले मदरसा में पढ़ाने वाले शिक्षक भी आंदोलन की राह पर है।


Body:झुंझुनू। नियमित करने की मांग को लेकर मदरसा पैरा टीचर बारिश के बावजूद धरने पर बैठे हुए हैं। राज्य स्तरीय आह्वान के तहत मदरसा पैराटीचर संघ ने सोमवार से 7 दिन के धरने का आह्वान किया था। उसके बाद से झुंझुनू जिला कलेक्ट्री पर सामूहिक अवकाश लेकर मदरसा पैरा टीचर धरने पर बैठे हुए हैं। इसके अलावा भी प्रतिदिन विरोध स्वरूप रैली निकालना झाड़ू निकालना सहित अन्य तरीकों से प्रदर्शन कर रहे हैं।

कांग्रेस के घोषणापत्र में था नियमित करना
राजस्थान पैराटीचर संघ के जिला अध्यक्ष मोहम्मद आरिफ अली ने बताया कि कांग्रेस के घोषणापत्र में मदरसा पैराटीचर को नियमित करना शामिल किया गया था। इसके बावजूद इस बार के ना तो बजट में कोई घोषणा की गई और ना ही अनुदान मांगों में शामिल किया गया है। ऐसे में पैरा टीचर्स के सामने आंदोलन के अलावा कोई रास्ता नहीं बचा है। या तो 7 दिन के धरना प्रदर्शन के बाद सरकार हमारे बारे में सोचेगी अन्यथा राजस्थान के सभी पैराटीचर जयपुर कूच करेंगे और वहां जाकर सरकार के सामने प्रदर्शन करेंगे।

28 जुलाई तक चलेगा धरना
राज्य सरकार की वादाखिलाफी नियमितीकरण में मानदेय बढ़ाने को लेकर यह धरना 28 जुलाई तक चलेगा। संघ के पदाधिकारियों ने कहा कि अल्प मानदेय होने के बाद भी एक सरकारी स्कूल के बराबरी मदरसों में सभी प्रकार की गतिविधियां कर रहे हैं। इसलिए चुनावी घोषणा पत्र 2018 के तहत नियमित करने के अलावा ₹25000 मासिक मानदेय दिया जाए।


Conclusion:
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