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झुंझुनूं के चिड़ावा में हेड कांस्टेबल पर रिश्वत लेने का आरोप

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Published : Sep 16, 2019, 8:22 AM IST

झुंझुनूं के चिड़ावा थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार पर बाइक चोरी के मामले में आरोपी बनाने का डर दिखाकर 80 हजार रुपए लेने का आरोप लगा है. ये आरोप रवां गांव के सरपंच प्रतिनिधि और गांव के ही कुछ लोगों ने लगाया है.

Jhunjhunu Police News, झुंझुनूं न्यूज

चिड़ावा (झुंझुनू). चिड़ावा थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार पर बाइक चोरी के मामले में आरोपी बनाने का डर दिखाकर 80 हजार रुपए लेने का आरोप लगा है. ये आरोप रवां गांव के सरपंच प्रतिनिधि एवं रवां गांव के ही कुछ लोगों ने लगाया है. गांव के सरपंच का आरोप है कि जब हेड कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज करवाने वो चिड़ावा थाने पहुंचा तो चिड़ावा पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.

झुंझुनू के चिड़ावा में हेड कांस्टेबल पर रिश्वत लेने का आरोप

सरपंच प्रतिनिधि शिव कुमार जेवरिया ने बताया कि गांव के दो लड़के रिंकू और अश्वनी 6 सितंबर 2019 को किसी काम से चिड़ावा आए थे. गश्त के दौरान पुलिस ने उनकी बाइक को रुकवाया और पुलिस ने बाइक को जब्त कर दोनों को पकड़ लिया. जांच अधिकारी कृष्ण कुमार ने परिजनों को सूचना दी. परिजन एवं खुद वह चिड़ावा थाने पहुंचे.

यह भी पढ़ेंः बिहार के मालवीय से महात्मा गांधी को मिला था सहयोग, जानें पूरी कहानी

पुलिस ने गांव के ही युवक रजनीश को बाइक चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने रिंकू और अश्वनी को धारा- 151 शांतिभंग के दिखाकर छोड़ दिया. सरपंच ने बताया कि पुलिस ने रिंकू और अश्वनी को छोड़ने के लिए 40 हजार रुपए की रिश्वत ली. सरपंच का आरोप है कि पांच हजार रुपए उन्होंने दिए और बाकी 35 हजार रुपए जांच अधिकारी के फोन आए किसी व्यक्ति को दिए.

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सरपंच प्रतिनिधि ने कहा कि रजनीश ने बाइक चोरी नहीं की, बल्कि उसे बाइक किसी अज्ञात स्थान पर मिली थी. लेकिन पुलिस ने जबदस्ती बाइक चोरी का मुल्जिम बना दिया और फिर बुरी तरीके से पीटा गया, निशान बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तार किये गए आरोपी रजनीश के शरीर पर दिखाई भी दे रहे हैं. पुलिस पर ये भी आरोप लगाया कि रजनीश के मेडिकल की मांग की गई, लेकिन पुलिस ने मेडिकल नहीं करवाया. मामले को लेकर जांच अधिकारी कृष्ण कुमार लगे आरोपों को लेकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. वहीं पुलिस महकमा इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

चिड़ावा (झुंझुनू). चिड़ावा थाने में कार्यरत हेड कांस्टेबल कृष्ण कुमार पर बाइक चोरी के मामले में आरोपी बनाने का डर दिखाकर 80 हजार रुपए लेने का आरोप लगा है. ये आरोप रवां गांव के सरपंच प्रतिनिधि एवं रवां गांव के ही कुछ लोगों ने लगाया है. गांव के सरपंच का आरोप है कि जब हेड कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज करवाने वो चिड़ावा थाने पहुंचा तो चिड़ावा पुलिस ने मामला दर्ज नहीं किया.

झुंझुनू के चिड़ावा में हेड कांस्टेबल पर रिश्वत लेने का आरोप

सरपंच प्रतिनिधि शिव कुमार जेवरिया ने बताया कि गांव के दो लड़के रिंकू और अश्वनी 6 सितंबर 2019 को किसी काम से चिड़ावा आए थे. गश्त के दौरान पुलिस ने उनकी बाइक को रुकवाया और पुलिस ने बाइक को जब्त कर दोनों को पकड़ लिया. जांच अधिकारी कृष्ण कुमार ने परिजनों को सूचना दी. परिजन एवं खुद वह चिड़ावा थाने पहुंचे.

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पुलिस ने गांव के ही युवक रजनीश को बाइक चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया. पुलिस ने रिंकू और अश्वनी को धारा- 151 शांतिभंग के दिखाकर छोड़ दिया. सरपंच ने बताया कि पुलिस ने रिंकू और अश्वनी को छोड़ने के लिए 40 हजार रुपए की रिश्वत ली. सरपंच का आरोप है कि पांच हजार रुपए उन्होंने दिए और बाकी 35 हजार रुपए जांच अधिकारी के फोन आए किसी व्यक्ति को दिए.

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सरपंच प्रतिनिधि ने कहा कि रजनीश ने बाइक चोरी नहीं की, बल्कि उसे बाइक किसी अज्ञात स्थान पर मिली थी. लेकिन पुलिस ने जबदस्ती बाइक चोरी का मुल्जिम बना दिया और फिर बुरी तरीके से पीटा गया, निशान बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तार किये गए आरोपी रजनीश के शरीर पर दिखाई भी दे रहे हैं. पुलिस पर ये भी आरोप लगाया कि रजनीश के मेडिकल की मांग की गई, लेकिन पुलिस ने मेडिकल नहीं करवाया. मामले को लेकर जांच अधिकारी कृष्ण कुमार लगे आरोपों को लेकर कुछ भी कहने से बच रहे हैं. वहीं पुलिस महकमा इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है.

Intro:रवां गांव के सरपंच प्रतिनिधि ने खाकी पर लगाए गंभीर आरोप
चिड़ावा थाने के हैड कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज करवाने पहुंचे रवां सरपंच प्रतिनिधि एवं अन्य
कई घंटे करते रहे इंतजार, फिर भी नहीं दर्ज हुआ मामला
चोरी के मामले में आरोपी बनाने का डर दिखाकर 80 हजार रुपए लेने का आरोप
चिड़ावा/झुंझुनूं।
बाइक चोरी के मामले में आरोपी बनाने का डर दिखाकर 80 हजार रुपए लेने का आरोप जिले के चिड़ावा थाने में कार्यरत हैड कांस्टेबल कृष्ण कुमार पर लग रहे है। ये आरोप रवां गांव के सरपंच प्रतिनिधि एवं रवां गांव के ही एक मेघवाल परिवार ने लगाया है। रवां गांव के सरपंच का यहां तक भी आरोप है कि जब हैड कांस्टेबल के खिलाफ मामला दर्ज करवाने चिड़ावा थाने पहुंचे, तो कई घंटे चिड़ावा थाने में इधर-उधर घुमते रहे, लेकिन फिर चिड़ावा पुलिस ने मामला दर्ज नहीं करवाया। अब सरपंच प्रतिनिधि की अगुवाई में ये मेघवाल परिवार एसपी एवं पुलिस उच्चधिकारियों से मिलेगा। रवां गांव के सरपंच प्रतिनिधि एवं मेघवाल परिवार के आरोप सहीं है तो खाकी पर ये दाग अच्छे नहीं है।Body:खाकी पर गंभीर आरोप
रवां गांव के सरपंच प्रतिनिधि शिव कुमार जेवरिया ने बताया कि रवां गांव के दो लड़के रींकू एवं अश्वनी 6 सितंबर 2019 को किसी काम से चिड़ावा आए थे। तभी गश्त के दौरान पुलिस ने उनकी बाइक को रूकवाया और इसके बाद पता चला कि जिस बाइक पर वो चिड़ावा आए है वो चोरी की है। पुलिस ने बाइक को जब्त कर दोनों रीकू एवं अश्वनी को पकड़ लिया। इन्होंने बताया कि जांच अधिकारी कृष्ण कुमार ने परिजनो को सूचना दी। परिजन एवं खुद वह चिड़ावा थाने पहुंचे। तथा जांच अधिकारी को बताया कि दोनों रीकूं अपने भाई रजनीश से बाइक लेकर आए तथा साथ में उसके अश्वनी आया था। तब जांच अधिकारी ने रजनीश को पुलिस थाने में लेकर आने के लिए कहा। इसके बाद रजनीश को बाइक चोरी के मामले में गिरफ्तार कर लिया और रींकू एवं अश्वनी को धारा 151 शांतिभंग के दिखाकर छोड़ दिया। रवां सरपंच प्रतिनिधि ने बताया कि पुलिस ने रींकू एवं अश्वनी को छोड़ने के लिए 40 हजार रुपए की रिश्वत ली। रवां सरपंच प्रतिनिधि का तो यहां तक आरोप है कि पांच हजार रुपए उन्होंने अपने एटीएम से निकालकर दिये और बाकी 35 हजार रुपए जांच अधिकारी के फोन आए किसी व्यक्ति को दिये।

रवां सरपंच प्रतिनिधि का ये भी आरोप है कि रजनीश के साथ एक लड़का रहता था। जिसे भी मुल्जिम बनाने के लिए उनके परिवार जनो को फोन किया। रजनीश के साथ उसे भी आरोपी बनाने की धमकी दी। सरपंच प्रतिनिधि शिवकुमार के भाई एडवोकेट प्रवीण जेवरिया को साथ लेकर उस लड़के के परिजन जब चिड़ावा थाने पहुंचे तो जांच अधिकारी ने उन्हें डराया गया कि वे रजनीश के साथ उसे भी आरोपी बना देंगें तथा इस मामले में भी मुल्जिम नहीं बनाए जाने पर 40 हजार रुपए की रिश्वत ली। कुल 80 हजार रुपए जांच अधिकारी ने लिये।

रवां सरपंच प्रतिनिधि का कहना है कि रजनीश ने बाइक चोरी नहीं की, बल्कि उसे बाइक किसी अज्ञात स्थान पर मिली थी। लेकिन पुलिस ने जबदस्ती बाइक चोरी का मुल्जिम बना दिया और फिर बुरी तरीके से पिटा गया, जिसके निशान बाइक चोरी के आरोप में गिरफ्तार किये गए आरोपी रजनीश के शरीर पर दिखाई भी दे रहे है। पुलिस पर ये भी आरोप लगाया कि रजनीश के मेडिकल की मांग की गई, लेकिन पुलिस ने मेडिकल नहीं करवाया।

इस मामले में जब जांच अधिकारी कृष्ण कुमार पर लगे आरोपों को लेकर उनका पक्ष जानना चाहा, तो उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया। जबकि पुलिस महकमा इस मामले में कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है।

रवां गांव के सरपंच प्रतिनिधि एवं रवां गांव के एक मेघवाल परिवार के आरोप अगर सहीं है तो, ये वाक्ये में गंभीर मामला है।
बाइट 01- शिवकुमार जेवरिया, रवां सरपंच प्रतिनिधि।
Conclusion:
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