झुंझुनू. जिला प्रमुख हर्षिनी कुलहरि ने गुरुवार को पदभार संभाल लिया है. इस अवसर पर उन्होंने कहा कि 'सबका साथ-सबका विकास' ही हमारा मुख्य उद्देश्य है और हम इतना काम करेंगे कि लोग पहले कांग्रेस के कार्यकाल को ही भूल जाएंगे. गौरतलब है कि आजादी के बाद भारतीय जनता पार्टी की ओर से पहली बार जिला प्रमुख बनाया गया है.
पढ़ें: राजस्थान: चुनाव आयुक्त ने 20 जिलों के 90 निकायों में चुनाव के लिए की गृह और पुलिस विभाग के साथ बैठक
बता दें कि हर्षिनी कुलहरी झुंझुनू के सांसद नरेंद्र खिचड़ की पुत्रवधू हैं और जिला प्रमुख के रूप में वो तीसरी महिला हैं. इससे पहले डॉ. राजबाला ओला और सुमन रायला जिला प्रमुख रह चुकी हैं. डॉ. राजबाला ओला फरवरी 2005 से 2010 तक और सुमन रायला 2015 से फरवरी 2020 तक जिला प्रमुख रहीं. कोरोना की वजह से 8 महीनों से जिला प्रमुख का दायित्व प्रशासक के रूप में जिला परिषद सीईओ के पास था. कार्यकाल खत्म हो जाने से जिला परिषद का कामकाज भी प्रभावित हो रहा था.
पढ़ें: राजस्थान में कोरोना के 1122 नए मामले आए सामने, 11 मौत...कुल आंकड़ा 2,95,953
कांग्रेस की अंजू कस्वा को हराया था...
हर्षिनी कुलहरि ने कांग्रेस की अंजू कस्वा को 17 वोटों से शिकस्त दी थी. 35 सदस्यों वाले बोर्ड में भाजपा के 20, कांग्रेस के 13 और 2 निर्दलीय सदस्य जीतकर आए थे. जिला प्रमुख के चुनाव में भाजपा की हर्षिनी कुलहरि को 26 वोट मिले. यानी 6 वोट अतिरिक्त मिले. उनके साथ ही भाजपा से ही जीते हुए उप जिला प्रमुख सत्यवीर गुर्जर ने पदभार ग्रहण कर लिया है.