झुंझुन. जिले में सोमवार और मंगलवार को कोविड वैक्सीन को लेकर ड्राई रन होगा. सीएमएचओ डॉ. छोटेलाल गुर्जर ने बताया कि निदेशालय से निर्देश प्राप्त हुए हैं कि सोमवार और मंगलवार को बीडीके जिला अस्पताल और सीएचसी इण्डाली पर सुबह 9 बजे से शाम तक ड्राई रन किया जाएगा. इसके चलते चिकित्सा विभाग ने सभी चिकित्सा संसाधनों और चिकित्सा विभाग से जुड़े कार्मिकों को अलर्ट मोड पर रखा है.
एक तरह से है मॉक ड्रिल
सीएमएचओ ने बताया कि ड्राई रन का मुख्य उद्देश्य वैक्सीन कार्यक्रम के सफल क्रियान्वयन के लिए मॉक ड्रिल कर तैयारियों को शत प्रतिशत पूर्ण करना है. साथ ही यदि कोई त्रुटि रहे तो उसको दुरस्त करना है. इस सम्बंध में टीकाकरण कार्यक्रम के नोडल अधिकारी और आरसीएचओ ने सभी सम्बंधित अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश प्रदान किए हैं.
ये हैं तैयारियां
वैक्सीन को लेकर चिकित्सा विभाग ने पूरी तैयारी कर ली है. जिले में वैक्सीन आने के बाद आवश्यकता होने पर अगले 5 घंटे में जिले के सभी 174 व्यक्ति सेंटर तक पहुंचाई जा सकती है. वैक्सीन के नोडल अधिकारी डॉ. दयानंद सिंह ने बताया कि जिले में एक जिला वैक्सीन भंडार और 192 वैक्सीन डिपो बनाए गए हैं. सबसे पहले वैक्सीन जिला भंडार में आएगी, वहां से वैक्सीन डिपो तक पहुंचाई जाएगी. हर वैक्सीन डिपो को अपने अधीन आने वाले वैक्सीन सेंटर तक पहुंचाने की जिम्मेदारी है.
झुंझुन में 4 जनवरी से एनीमिया को लेकर अभियान
जिले में महिलाओं और युवतियाें में खून की कमी से हाेने वाली बीमारी एनीमिया की पूरी तरह से राेकथाम करने के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगाय इसमें जिले की डेढ़ लाख महिलाओं और किशाेरियाें के साथ 6 साल तक के बच्चाें की जांच कर उनकाे एनीमिया मुक्त करने का काम किया जाएगा. कलेक्टर यूडी खान ने अभियान काे शुरू किया है. खान ने बताया कि जिले की महिलाओं और बच्चों में हीमोग्लोबिन की कमी सामने आई है. इसे देखते हुए जिले में नए साल में महिलाओं के लिए एनीमिया मुक्त झुंझुनूं अभियान चलाया जाएगा. इस अभियान में सबसे पहले कलेक्ट्रेट में कार्यरत महिला अधिकारियाें और कर्मचारियाें में हीमोग्लोबिन के स्तर की जांच हाेगी. इसके बाद 4 जनवरी से पायलेट प्राेजेक्ट के ताैर आबूसर गांव से अभियान शुरू हाेगा.
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महिला अधिकारिता विभाग की टीमें महिलाओं का पूरा मेडिकल चैकअप करेगी. इसमें महिलाओं के हीमोग्लोबिन के स्तर समेत विभिन्न जांच की जाएंगी. हीमोग्लोबिन कम पाए जाने पर उनको पौष्टिक खाने के बारे में सलाह देने के साथ उनका इलाज हाेगा. इसके बाद उनकी दुबारा जांच हाेगी. एनीमिया मुक्त झुंझुनूं अभियान के लिए महिला अधिकारिता विभाग को नाेडल बनाया गया है. इस अभियान के लिए 0 से 6 साल तक के सभी बच्चाें की एनीमिया जांच हाेगी. 11 से 16 साल तक किशाेरियों और 19 से 45 साल तक की युवतियाें और महिलाओं में हीमाेग्लाेबीन के स्तर की जांच हाेगी.
किचन गार्डन के लिए बीज किट
इस अभियान के दाैरान महिलाओं और बेटियाें की जांच और इलाज के साथ उनकाे पाेषित करने का भी लक्ष्य रखा गया हैय इसमें उनकाे घर पर ही किचन गार्डन विकसित करने का प्रशिक्षण देने के साथ पालक, धनिया आदि 16 तरह की सब्जी के बीज के किट महिला अधिकारिता विभाग की ओर से फ्री दिए जाएंगे. महिला अधिकारिता विभाग की आयुक्त रश्मि गुप्ता ने बताया कि एनीमिया मुक्त अभियान सबसे पहले आबूसर गांव में 4 जनवरी से शुरू होगा. इस दाैरान आने वाली विभिन्न परेशानियाें और समस्याओं काे दूर करने के बाद इसे पूरे जिले में लागू किया जाएगा. प्रदेश में पहले से अभियान चल रहा है.
1595 आंगनबाड़ी केंद्र बनेंगे धुरी
इस अभियान में आंगनबाड़ी केंद्रों काे धुरी बनाया गया है. इसमें आंगनबाड़ी केन्द्राें की कार्यकर्ता, साथिन, सहायिका और आशा काे शामिल किया गया है. जिले में 1571 आंगनबाड़ी केंद्रों और 24 मिनी आंगनबाड़ी केंद्रों का इस याेजना के लिए चुना गया है. इस अभियान में 1595 आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, 337 साथिन, 1571 आशा सहयाेगिनी और 1595 सहायिका जुटेगी. महिला अधिकारिता उप निदेशक विप्लव न्याैला ने बताया कि हर आंगनबाड़ी केंद्र के क्षेत्र में कार्यकर्ता, सहयाेगिनी, साथिन और सहायिका की टीम गांव के घर-घर में जाकर तीनाें समूहाें की जानकारी जुटाएंगे.