झुंझुनू. खेतड़ी उपखंड के शिमला बैंक डकैती के दो आरोपियों को पुलिस ने शनिवार को कड़ी सुरक्षा के बीच कोर्ट में पेश किया. आरोपियों ने गैंगवार की आशंका जताते हुए सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की थी. साथ ही कोर्ट परिसर में हथियार बंद जवान उनकी सुरक्षा में लगाए गए.
सीआई आसाराम गुर्जर ने बताया कि वर्ष 2018 में बाइक पर सवार होकर आए नकाबपोश बदमाशों ने सीमावर्ती गांव शिमला के बैंक में डकैती की वारदात को अंजाम दिया था. इस दौरान पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए वारदात के आरोपियों को हरियाणा की सीमा में प्रवेश करने से पहले ही दबोच लिया था. वारदात में शामिल आरोपी राजेश उर्फ लिडरिया पुत्र लीलाराम निवासी रूपसराय थाना निजामपुर (हरियाणा) झुंझुनू जेल में विचाराधीन है, जिसकी शनिवार को पेशी थी. इस बीच उसने गैंगवार होने की आशंका जताते हुए एसपी को परिवाद देकर सुरक्षा मुहैया करवाने की मांग की थी. एसपी के निर्देश पर आरोपी को कड़ी सुरक्षा के बीच खेतड़ी न्यायालय लेकर आए, जहां पुलिस जाब्ता की मौजूदगी में पेशी करवाई गई. न्यायालय में पेश होने के बाद उसे पुलिस सुरक्षा में ही वापस ले जाया गया.
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कोर्ट परिसर हुआ छावनी में तब्दील : उन्होंने बताया कि आरोपियों को खेतड़ी लाया गया तो पुलिस की ओर से न्यायालय परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया. पुलिस की ओर से हथियार बंद जवान उसकी सुरक्षा में लगाए गए. इस दौरान खेतड़ी, खेतड़ीनगर, आरएसी और कमांडो के हथियारबंद जवानों की तैनाती की गई. कड़ी सुरक्षा के बीच उन्हें कोर्ट में पेश किया गया. इस मौके पर सीआई आसाराम गुर्जर, खेतड़ी नगर थानाधिकारी गोपाल सिंह थालौर, एसआई बनवारी लाल यादव, एएसआई कैलाश चंद्र, देवेंद्र सिंह, राजकुमार सहित पुलिस जाब्ता मौके पर तैनात रहा.