झालावाड़. कोरोना की दूसरी लहर लोगों के लिए भयंकर त्रासदी साबित हुई है. इस दौरान बड़ी संख्या में लोगों की मौतें हुई. इस दौरान गरीब और असहाय लोगों के लिए पिछली बार की तरह राशन की व्यवस्था भी नहीं हो पाई. ऐसे में लोगों के लिए दो जून की रोटी के भी लाले पड़ गए. ऐसे वक्त में जिले का 'इत्ति सीं खुशी' फाउंडेशन अपनी सेवाओं के माध्यम से लोगों के चेहरों पर खुशी लाने के काम में जुटा हुआ है.
बांट रहे खुशियां
युवाओं का एक ग्रुप डोनेशन ड्राइव आयोजित कर झालावाड़ और झालरापाटन शहर में जरूरतमंद परिवारों को खाद्य सामग्री उपलब्ध करवा रहा है. इसमें रोजमर्रा के उपयोग में आने वाली सभी चीजें शामिल है. इसके अलावा बच्चों के लिए फाउंडेशन की ओर से केले, चिप्स और चॉकलेट्स का वितरण किया जा रहा है.
जरूरतमंदों की सहायता
फाउंडेशन का मानना है कि लगातार दूसरे साल लॉकडाउन के कारण कई लोगों की नौकरियां चली गई. मजदूरों को भी काम नहीं मिल पा रहा है, ऐसे में उनके लिए भोजन जुटा पाना भी मुश्किल होता जा रहा है. इसके लिए उनके फाउंडेशन की ओर से ऐसे लोगों को भोजन उपलब्ध कराने का उद्देश्य रखा गया है. जिसमें फाउंडेशन के लोग डोनेशन ड्राइव अरेंज करते हैं और शहर के विभिन्न जगहों पर जा जाकर लोगों को राशन सामग्री वितरित करते हैं.
फाउंडेशन में सभी युवा
'इत्ति सीं खुशी' फाउंडेशन के झालावाड़ जिला अध्यक्ष अभिजीत सिंह ने बताया कि फाउंडेशन में सभी युवा है, जो या तो स्टूडेंट है या नौकरी करते हैं. ऐसे में उनके द्वारा झालावाड़ के साथ-साथ जयपुर, अजमेर, अलवर, जोधपुर, उदयपुर, दिल्ली और मुंबई जैसे शहरों में डोनेशन ड्राइव के माध्यम से खाद्य सामग्री पहुंचाने का काम किया जा रहा है.
आईएसकेएफ फाउंडेशन के सदस्यों का कहना है कि कोरोना काल को देखते हुए उनकी टीम ने लोगों को सहायता पहुंचाने के लिए राशन किट डोनेशन ड्राइव अरेंज कर रही है. इसके पीछे उनका मकसद है कि इस मुश्किल वक्त में लोगों को चेहरे पर खुशी ला सके. इसके लिए वे लोगों को राशन किट उपलब्ध करवा रहे हैं, जिसमें आटा, चावल, दाल, नमक, मसाले और अन्य दैनिक उपयोग की चीजें शामिल है. इसके अलावा बच्चों के लिए फ्रूट्स, कुरकुरे और चिप्स जैसी चीजें भी वितरित की जा रही है.
भविष्य में भी करते रहेंगे सहायता
उन्होंने बताया कि इससे पहले भी उन्होंने सर्दी में जरूरतमंदों को कंबल का वितरण किया था. ऐसे में अब कोरोना काल में लोगों को राशन किट वितरित कर रहे हैं. भविष्य में भी जरूरतमंदों की वह इसी प्रकार से सहायता करते रहेंगे.