झालावाड़. कोटा ACB की टीम ने कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट में बड़ी कार्रवाई की है. ACB की टीम वे पावर प्लांट के अधीक्षण अभियंता को 85 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है. जानकारी के मुताबिक आरोपी अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार खटीक ने बिल पास करने की एवज में ठेकेदार से 85 हजार की रिश्वत ली थी. रिश्वत ना मिलने तक आरोपी ने ठेकेदार को भुगतान रोक रखा था.
कोटा एसीबी के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ठाकुर चंद्रशील कुमार ने बताया कि 1 नवंबर 2021 को परिवादी ने ACB में शिकायत दर्ज करवाई थी. जिसका नाम गोपनीय रखा गया है. परिवादी ने बताया था कि उसने पार्टनर के फॉर्म छबड़ा और कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट में गार्डन मेंटेनेंस का कार्य लिया हुआ था. कालीसिंध थर्मल पावर प्लांट के अधीक्षण अभियंता सिविल विनोद कुमार खटीक ने 1 माह पहले छबड़ा में प्रतिस्थापित थे. उसी दौरान उन्होंने छबड़ा थर्मल के कार्य से संबंधित 29 लाख रुपए के बिल पास किए थे. इसके बाद विनोद खटीक ने बिल पास कराने की एवज में पैसे मांगे. और कालीसिंध थर्मल में पिछले 3 से 4 महीनों में किए गए कार्य के 8 लाख के बिलों का भुगतान रोक लिया. और पूर्व में भी भुगतान किए गए बिलों का कमीशन की राशि मांगने लगा.
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एसीबी ने इस शिकायत का मंगलवार को गोपनीय सत्यापन कराया. जिसमें सामने आया कि अधीक्षण अभियंता विनोद कुमार खटीक ने छबड़ा थर्मल प्लांट में पूर्व किए गए बिलों के भुगतान की एवज में 85 हजार रुपए की मांग की है. रिश्वत की मांग के सत्यापन होने के बाद ट्रैप कार्रवाई की गई. इस दौरान विनोद कुमार खटीक ने रिश्वत की राशि परिवादी से सोफे के नीचे रखवाई. जिसके बाद में एसीबी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और रिश्वत की राशि जब्त कर ली.