झालावाड़. शहर में एक माह पूर्व हुए राहूल यादव व अंतिम माली के बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड का सोमवार को पुलिस ने खुलासा किया है. पुलिस ने हत्याकांड में शामिल मुख्य साजिशकर्ता सहित मामले में वांछित दो शातिर 25-25 हजार रुपए के इनामी बदमाशों को भी गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है. पुलिस अब तक इस दोहरे हत्याकांड में शामिल 7 लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है. इसके साथ ही पुलिस अब वारदात में आरोपियो की मदद व अन्य सुविधा मुहैया करवाने वालो लोगों की तलाश में जुटी है.
सोमवार को जिला पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर ने प्रेस वार्ता करके इस हत्याकांड का खुलासा किया है. एसपी रिचा तोमर ने बताया कि झालावाड़ के राज लक्ष्मी नगर में रहने वाली रेणु कवर ने कोतवाली थाने में राहुल नाम के शख्स की एक गुमशुदगी रिपोर्ट पेश की थी व उसकी हत्या का अंदेशा जताया था. उसी के आधार पर कोतवाली थाना में हत्या की धाराओं में प्रकरण दर्ज कर मामले में अनुसंधान शुरू किया गया. इसके लिए एडिशनल एसपी चिरंजीलाल मीणा के नेतृत्व में एक विशेष टीम का गठन किया गया. बाद में अनुसंधान के दौरान पुलिस को दो शव बरामद हुए. जिसमें एक शव को बुरी तरह से जलाया गया था. जिसकी पहचान कर पाना मुश्किल था. वहीं दूसरे शव को मध्य प्रदेश में ले जाकर नदी में फेंक दिया गया था. जिसे एमपी पुलिस ने बरामद किया था. दोनों शवों की शिनाख्त करने के लिए फॉरेंसिक लैब का सहारा लिया गया. जिसमें जले हुए शव की पहचान अंतिम माली के रूप में हुई जो कि घटना के दिन से अपने घर से गायब था. वहीं दूसरे शव की रिपोर्ट आना अभी बाकी है.
पुलिस अधीक्षक तोमर ने बताया कि लगभग एक माह पूर्व राहुल यादव को पुरानी रंजिश के चलते शहर के बस स्टैंड इलाके से अंतिम माली, चौथमल कश्यप, बहादुर सिंह, सोनू लोधा, बबलू भील, एक थार जीप वाहन में अपहरण कर झालरापाटन की ओर ले गए. उसी दौरान राहुल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी गई. जिसमें हत्या की साजिश में वाहन में बैठे हुए अंतिम माली की भी गोली लगने से मौत हो गई. बाद में सोयत के जंगलों में गाड़ी में बैठे अंतिम माली के साथियों ने उसकी लाश को जला दिया. वहीं राहुल यादव की लाश को सुसनेर थाना क्षेत्र में स्थित नदी में फेंक दिया. उसके बाद अपहरण व हत्या में प्रयुक्त वाहन को ओकारेश्वर के जंगलों में आग लगाकर नष्ट कर दिया और सभी मौके से फरार हो गए.
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पुलिस अधीक्षक ने बताया कि हत्याकांड में शामिल 4 मुख्य अभियुक्तों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. जिसमें चौथमल कश्यप, बहादुर सिंह उर्फ लाला, पर पुलिस ने 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया था. इससे पहले मामले में सोनू लोधा तथा बबलू भील की गिरफ्तारी हो चुकी है. वहीं हत्याकांड में मुख्य साजिशकर्ता राधेश्याम मीणा को भी पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इधर पुलिस ने आरोपियों की मदद करने व साक्ष्यों के मिटाने के मामले में बजरंग सिंह तथा रामचंद्र को गिरफ्तार किया है.
पुरानी रंजिश के चलते हुआ हत्याकांड : पुलिस अधीक्षक महोदया ने बताया कि वारदात में मुख्य साजिशकर्ता राधेश्याम मीणा पर 2019 में राहुल यादव व उसके साथियों के द्वारा सुपारी लेकर फायरिंग कर उसकी हत्या करने का प्रयास किया गया था जिसमें राधेश्याम मीणा बाल-बाल बच गया उसी मामले में चौथमल तथा अंतिम माली मुख्य गवाह के रूप में थे जिनकी कुछ दिनों बाद कोर्ट में गवाही होने वाली थी, इसी मामले के चलते राहुल यादव द्वारा अंतिम माली तथा चौथमल को गवाही से पलटने के लिए लगातार धमकाया जा रहा था. जिसके बाद राधेश्याम मीणा ने चौथमल, अंतिम माली, बहादुर सिंह, सोनू और चंदन के साथ मिलकर राहुल यादव की हत्या का षड्यंत्र रचा था.
राहुल यादव को ठिकाने लगाना चाहते थे षड्यंत्रकारी : रिचा तोमर ने बताया कि मुख्य साजिशकर्ता राधेश्याम मीणा व वारदात में शामिल मुख्य अभियुक्त मुख्य रूप से राहुल यादव की हत्या करना चाहते थे. इसी इरादे से साजिशकर्ताओं ने घटना से पहले मुख्य अभियुक्त सोनू लोधा के खेत पर शराब तथा मीट की पार्टी की. उसी दौरान राहुल यादव की हत्या का प्लान तैयार किया. वारदात के मुख्य साजिशकर्ता राधेश्याम मीणा ने मुख्य अभियुक्तों की वारदात के बाद भागने की व्यवस्था सुनिश्चित की. उसी प्लान के मुताबिक अंतिम माली, चौथमल, बहादुर सिंह, सोनू लोधा बबलू सहित पांचों आरोपी शहर के बस स्टैंड इलाके में थार गाड़ी से पहुंचे. वहां से राहुल यादव का अपहरण कर लिया. उसी दौरान चौथमल और बहादुर सिंह ने राहुल यादव की गोली मारकर हत्या कर दी. तभी गलती से एक गोली अंतिम माली को भी लग गई. जिसके चलते अंतिम माली की भी मौके पर मौत हो गई.
हथियार तथा राहुल यादव की फॉरेंसिक रिपोर्ट का इंतजार : पुलिस ने शहर में एक माह पूर्व हुई राहूल यादव व अंतिम माली की डबल मर्डर मिस्ट्री का खुलासा कर दिया है, लेकिन पुलिस अब तक हत्याकांड में अभियुक्तों के हथियारों को बरामद नहीं कर पाई है. वही इस मामले में राहुल यादव की फॉरेंसिक रिपोर्ट भी आना अभी बाकी है. जिसके बाद पूरे मामले में और खुलासा होने की उम्मीद है. वहीं पुलिस गिरफ्तार आरोपियों से उनकी मदद करने वाले लोगों की तलाश में जुटी है. ऐसे में पुलिस अधीक्षक ने भी इस मामले में आगे और लोगों की गिरफ्तारी होने का अंदेशा जताया है.