झालावाड़. राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट सोमवार को हाड़ौती के दौरे पर रहे. दौरे के दौरान झालावाड़ में समर्थकों ने उनका जोरदार स्वागत (Sachin Pilot in Jhalawar) किया. इस दौरान उन्होंने समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव को मंच से श्रद्धांजलि भी दी. पायलट ने अखिल भारतीय यादव महासभा की ओर से आयोजित कार्यक्रम में मार्ल्यापण और स्वागत करने तक से मना कर दिया.
बता दें, सचिन पायलट के झालावाड़ पहुंचने पर उनके समर्थकों ने दर्जनों जगहों पर आतिशबाजी और माल्यार्पण कर उनका जोरदार स्वागत किया तो वहीं कार्यकर्ताओं का हुजूम देखकर सचिन पायलट भी गदगद हो गए. बाद में सचिन पायलट अखिल भारतीय यादव महासभा के तत्वावधान में आयोजित प्रतिभा सम्मान समारोह में पहुंचे और विभिन्न शख्सियतों को सम्मानित किया.
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सचिन पायलट ने सेना के परमवीर चक्र विजेता योगेंद्र यादव और गिनीज बुक रिकॉर्ड धारी प्रसिद्ध शंख वादक रामचरण यादव सहित दर्जनों लोगों को सम्मानित किया. सम्मान समारोह को संबोधित करते हुए सचिन पायलट ने कहा कि वे करीब साढे़ 3 साल बाद झालावाड़ आए हैं. लेकिन सभी समुदाय की ओर से उनके प्रति प्यार और बढ़ता नजर आ रहा. यहां के लोगों ने पूर्व में किसान यात्रा के दौरान भी अपार जन समर्थन दिया था. ऐसे में जिन लोगों ने उनके साथ संघर्ष किया उन्हें वे सलाम करते हैं.
महंगाई खत्म करने के पक्ष में भारत जोड़ो यात्रा: पायलट ने कहा कि राहुल गांधी और कांग्रेस ने भारत जोड़ो यात्रा निकाली (Pilot on Bharat Jodo Yatra) है, जो किसी के खिलाफ नहीं है. भारत जोड़ो यात्रा तो लोगों में प्यार और मोहब्बत बढ़ाने के पक्ष में है. महंगाई खत्म करने के पक्ष में है, अलगाव और द्वेष की भावना और टकराव खत्म करने के पक्ष में है. इस दौरान पायलट ने केंद्र सरकार पर भी जमकर हमला बोला. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को जनता के लिए काम करना होगा, जुमलेबाजी से काम नहीं चलेगा.
अगली बार देरी नहीं होगी- पायलट ने कहा कि महंगाई आसमान को छू रही है ऐसे में केंद्र के नकारा लोगों के खिलाफ जनता को अहिंसात्मक तरीके से सवाल पूछने की क्षमता पैदा करनी होगी. उन्होंने कहा कि मेरे इंतजार में झालावाड़ के युवा धूप और बारिश के बीच भी जमकर खड़े रहे, यह उन लोगों का प्यार है जिसका मैं आभार जताता हूं इस बार आने में समय लगा, अगली बार देरी नहीं होगी.
हालांकि, कहने को तो सचिन पायलट का यह पूरा दौरा निजी कार्यक्रम के तौर पर बताया गया, लेकिन हाड़ौती के इस दौरे को कई राजनीतिक पंडित पायलट का चुनावी शंखनाद के साथ आगाज मान रहे हैं. हाड़ौती के इस दौरे के कई सियासी मायने भी निकाले जा रहे हैं.