झालावाड़. जिले के मेडिकल कॉलेज और जिला एसआरजी अस्पताल के ठेका कर्मियों ने 2 घंटे तक कार्य का बहिष्कार किया. जिसमें उन्होंने अपने वेतन वृद्धि और नियमितीकरण की मांग को लेकर प्रदर्शन किया. इस दौरान मेडिकल कॉलेज और अस्पताल की व्यवस्थाएं 2 घंटे तक चरमराई हुई रहीं. वहीं जिला कलेक्टर ने भी ठेका कर्मियों से वार्ता की लेकिन ठेकाकर्मी कलेक्टर के आश्वासन से भी संतुष्ट नहीं हुए.
प्लेसमेंट कर्मचारी संघ के जिला अध्यक्ष चंदन तिवारी ने बताया कि चिकित्सालय में कार्यरत समस्त ठेका कर्मी कोरोना के अलावा पिछले 10 वर्षों से लगातार अल्प वेतन में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. जिससे परिवार का पालन पोषण भी बहुत मुश्किल से हो पा रहा है. इसको लेकर पूरे राजस्थान के मेडिकल कॉलेज अस्पतालों में ठेका कर्मी अपने वेतन वृद्धि और ठेका प्रथा बंद करते हुए नियमितीकरण की मांग को लेकर लगातार आंदोलन कर रहे हैं.
इसके बावजूद अब तक सरकार ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया है. उन्होंने बताया कि वर्तमान में राजस्थान सरकार की ओर से डेढ़ लाख संविदा कर्मियों को नियमित करने की घोषणा की गई है. साथ ही इसी घोषणा में ठेका कर्मियों को भी शामिल किया जाए. इसके अलावा सभी ठेका कर्मियों को सरकारी कर्मचारियों की तरह नियमित कर स्थाई कर्मचारी की श्रेणी में किया जाए.
उन्होंने कहा कि दूसरे मेडिकल कॉलेज और अस्पतालों में 24 घंटे का कार्य बहिष्कार चल रहा है. जबकि झालावाड मेडिकल कॉलेज में अभी ठेका कर्मी केवल 2 घंटे का ही कार्य बहिष्कार कर रहे हैं. ऐसे में यदि सरकार ने जल्द उनकी समस्याओं और मांगों पर ध्यान नहीं दिया तो उन्हें भी 24 घंटे के कार्य बहिष्कार पर मजबूर होना पड़ेगा.