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ऐसे कैसे जीतेंगे कोरोना के खिलाफ जंग...स्वास्थ्यकर्मी नहीं कर रहे ड्यूटी चार्ट की पालना

झालावाड़ के कोविड-19 वार्ड में मरीजों की देखभाल और उपचार के लिए स्वास्थ्यकर्मी खुद ही ड्यूटी चार्ट की पालना नहीं कर रहे हैं. इसके चलते कोरोना के मरीजों और रेजिडेंट डॉक्टर्स को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है.

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स्वास्थ्यकर्मी नहीं कर रहे ड्यूटी चार्ट की पालना
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Published : Sep 14, 2020, 4:38 PM IST

झालावाड़. कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सबसे अहम भूमिका देश के स्वास्थ्यकर्मियों की है. कोरोना से संक्रमित होने के बाद मरीज डॉक्टर्स की उचित देखभाल और उपचार के कारण ही ठीक हो पाता है. लेकिन झालावाड़ के कोविड-19 वार्ड में लचर व्यवस्था देखने को मिल रही है. मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 वार्ड में स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी चार्ट का पालन नहीं करके प्रशासन की आंख में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं. साथ ही वार्ड में अव्यवस्थाओं को लेकर कई घटनाएं सामने आई है. ऐसे में अब स्वास्थ्यकर्मियों की कामचोरी की बातें भी सामने आ रही है. इन सब को लेकर ईटीवी भारत ने मामले की पूरी पड़ताल की.

स्वास्थ्यकर्मी नहीं कर रहे ड्यूटी चार्ट की पालना

जिले के मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए विशेष कोविड-19 वार्ड बनाया गया है. जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों को रखकर उनका इलाज किया जाता है. लेकिन यहां पर ड्यूटी लगाने के बावजूद कई स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर ही नहीं लौटते हैं, जिसके चलते कोविड-19 वार्ड में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी देखी जा रही है और वार्ड की व्यवस्थाएं भी गड़बड़ा रही है.

पढ़ें- झालावाड़: तालाब में नहाने गए युवक की डूबने से मौत

कोविड-19 वार्ड में कार्य कर रही रेजिडेंट डॉ. आकांक्षा जैन ने बताया कि रात के वक्त यहां पर ड्यूटी चार्ट की पालना नहीं होती है. आमतौर पर कोविड-19 वार्ड में एक सीनियर डॉक्टर, वार्ड बॉय, नर्सिंग स्टाफ और रेजिडेंट डॉक्टर को लगाया जाता है. लेकिन यहां पर सिर्फ उन्हें अकेले ही काम करना पड़ रहा है, बाकी कोई भी व्यक्ति यहां पर मौजूद नहीं रहता है. इसके चलते कोरोना के मरीजों को संभालना मुश्किल हो जाता है.

रेसिडेंट डॉक्टर डॉ. आकांक्षा जैन ने बताया कि कोरोना के मरीजों के परिजन इलाज के दौरान उनसे काफी बहस करते है. इसके चलते स्थितियों को संभाल पाना मुश्किल हो जाता है और कोरोना से गंभीर मरीजों को इलाज कर पाना भी मुश्किल हो जाता है. उसके बावजूद सीनियर डॉक्टर, वार्ड बॉय और नर्सिंग स्टाफ ड्यूटी पर नहीं आते हैं. इसको लेकर वे अस्पताल अधीक्षक से भी शिकायत करते हैं, फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है.

डॉ. जैन ने बताया कि कोविड वार्ड में कई कोरोना के संक्रमित मरीज आईसीयू और वेंटिलेटर पर है, जिनको हमेशा देखभाल की जरूरत होती है. लेकिन मेडिकल स्टाफ की कमी के कारण उन मरीजों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस मामले को लेकर झालावाड़ जिला कलेक्टर निकया गोहाएन ने बताया कि ड्यूटी चार्ट का पालन नहीं करने की समस्या आ रही है. ऐसे में ड्यूटी चार्ट का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

झालावाड़. कोरोना वायरस के खिलाफ जंग में सबसे अहम भूमिका देश के स्वास्थ्यकर्मियों की है. कोरोना से संक्रमित होने के बाद मरीज डॉक्टर्स की उचित देखभाल और उपचार के कारण ही ठीक हो पाता है. लेकिन झालावाड़ के कोविड-19 वार्ड में लचर व्यवस्था देखने को मिल रही है. मेडिकल कॉलेज के कोविड-19 वार्ड में स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी चार्ट का पालन नहीं करके प्रशासन की आंख में धूल झोंकने का काम कर रहे हैं. साथ ही वार्ड में अव्यवस्थाओं को लेकर कई घटनाएं सामने आई है. ऐसे में अब स्वास्थ्यकर्मियों की कामचोरी की बातें भी सामने आ रही है. इन सब को लेकर ईटीवी भारत ने मामले की पूरी पड़ताल की.

स्वास्थ्यकर्मी नहीं कर रहे ड्यूटी चार्ट की पालना

जिले के मेडिकल कॉलेज में कोरोना मरीजों का इलाज करने के लिए विशेष कोविड-19 वार्ड बनाया गया है. जहां पर कोरोना संक्रमित मरीजों को रखकर उनका इलाज किया जाता है. लेकिन यहां पर ड्यूटी लगाने के बावजूद कई स्वास्थ्यकर्मी ड्यूटी पर ही नहीं लौटते हैं, जिसके चलते कोविड-19 वार्ड में स्वास्थ्यकर्मियों की कमी देखी जा रही है और वार्ड की व्यवस्थाएं भी गड़बड़ा रही है.

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कोविड-19 वार्ड में कार्य कर रही रेजिडेंट डॉ. आकांक्षा जैन ने बताया कि रात के वक्त यहां पर ड्यूटी चार्ट की पालना नहीं होती है. आमतौर पर कोविड-19 वार्ड में एक सीनियर डॉक्टर, वार्ड बॉय, नर्सिंग स्टाफ और रेजिडेंट डॉक्टर को लगाया जाता है. लेकिन यहां पर सिर्फ उन्हें अकेले ही काम करना पड़ रहा है, बाकी कोई भी व्यक्ति यहां पर मौजूद नहीं रहता है. इसके चलते कोरोना के मरीजों को संभालना मुश्किल हो जाता है.

रेसिडेंट डॉक्टर डॉ. आकांक्षा जैन ने बताया कि कोरोना के मरीजों के परिजन इलाज के दौरान उनसे काफी बहस करते है. इसके चलते स्थितियों को संभाल पाना मुश्किल हो जाता है और कोरोना से गंभीर मरीजों को इलाज कर पाना भी मुश्किल हो जाता है. उसके बावजूद सीनियर डॉक्टर, वार्ड बॉय और नर्सिंग स्टाफ ड्यूटी पर नहीं आते हैं. इसको लेकर वे अस्पताल अधीक्षक से भी शिकायत करते हैं, फिर भी समस्या का समाधान नहीं हो पाता है.

डॉ. जैन ने बताया कि कोविड वार्ड में कई कोरोना के संक्रमित मरीज आईसीयू और वेंटिलेटर पर है, जिनको हमेशा देखभाल की जरूरत होती है. लेकिन मेडिकल स्टाफ की कमी के कारण उन मरीजों को भी भारी परेशानी का सामना करना पड़ता है. इस मामले को लेकर झालावाड़ जिला कलेक्टर निकया गोहाएन ने बताया कि ड्यूटी चार्ट का पालन नहीं करने की समस्या आ रही है. ऐसे में ड्यूटी चार्ट का पालन नहीं करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

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