झालावाड़. जिला प्रशासन के आला अधिकारियों की गैरमौजूदगी के चलते गुरुवार को जनप्रतिनिधियों ने निंदा प्रस्ताव पारित कर जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक का बहिष्कार कर दिया. विधायकों ने कहा कि पहले से कार्यक्रम तय होने के बावजूद अधिकारी गैरमौजूद रहे.
गुरुवार को जिले के गंगधार क्षेत्र में प्रभारी मंत्री प्रमोद जैन भाया दौरे पर रहे. प्रभारी मंत्री की जन सुनवाई होने के चलते जिला कलेक्टर भारती दीक्षित, पुलिस अधीक्षक रिचा तोमर सहित सभी विभागों के आला अधिकारी झालावाड़ जिला मुख्यालय पर मौजूद नहीं थे. ऐसे में जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में डीएम, एसपी समेत आला अधिकारियों की गैरमौजूदगी से जनप्रतिनिधियों में रोष फैल गया. इसके बाद जिला प्रमुख प्रेम बाई दांगी, सांसद दुष्यंत सिंह और जिले के तीनों भाजपा विधायकों ने बैठक का बहिष्कार कर दिया.
सांसद दुष्यंत सिंह ने कहा कि अच्छा होता कि प्रभारी मंत्री भी इस बैठक में आते तो हम उनका भी स्वागत करते. साथ ही जनहित के कई मुद्दों पर विचार विमर्श हो जाता. लेकिन इस तरह से अधिकारियों की गैरमौजूदगी के चलते जनता की समस्याओं को नहीं उठा सके. इसका सभी जनप्रतिनिधियों को काफी दुख है. खानपुर विधायक नरेंद्र नागर ने भी जिला प्रशासन के आला अधिकारियों पर जमकर निशाना साधा.
नागर ने कहा कि जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक के अलावा किसी भी तरह की बैठक की न तो उन्हें सूचना मिलती है और न ही उन्हें कहीं जनसुनवाई में बुलाया जाता है. उन्होंने कहा कि जिले के प्रभारी मंत्री और अधिकारी हारे हुए कांग्रेस के नेताओं को साथ लेकर जनसुनवाई करते हैं, जबकि जनता के चुने हुए जनप्रतिनिधियों की उपेक्षा की जा रही है. उन्होंने कहा कि आज का घटनाक्रम जानबूझकर जिला प्रशासन के अधिकारियों और प्रभारी मंत्री ने करवाया है. इसके चलते जनता की समस्याएं इस महत्वपूर्ण बैठक में नहीं उठ सकी, इस बात का सभी को दुख है.