झालावाड़. जिले में दंपती की हत्या कर फरार हुए तीन आरोपियों को रावतभाटा पुलिस ने दबोच लिया. वारदात के बाद तीनों ही फरार हो गए और रावतभाटा में एक धर्मशाला में छुप गए. जहां सूचना के आधार पर रावतभाटा पुलिस पहुंच गई और तीनों को अपनी गिरफ्त में ले लिया. आरोपियों को संबंधित पुलिस के हवाले कर दिया गया है.
रावतभाटा डीवाईएसपी प्रभु लाल कुमावत के अनुसार झालावाड़ जिले के भवानी मंडी में एक निजी चिकित्सालय में दंपती की हत्या के आरोपियों के रावतभाटा क्षेत्र में होने की सूचना मिली थी. इसके बाद थाना पुलिस अलर्ट मोड पर आ गई और तीनों ही आरोपियों की तलाश शुरू कर दी. रावतभाटा थाना प्रभारी रजनीश कुमार के नेतृत्व में नया बाजार नीचे बाजार सहित संदिग्ध इलाकों में करीब एक दर्जन से अधिक होटल और धर्मशालाओं में सर्च अभियान चलाया गया.
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इसी दरमियान हाट चौक बाजार स्थित एक धर्मशाला में तीन आरोपी भैरू गुर्जर, करण गुर्जर और दिनेश भील को दबोच लिया गया. उन्होंने बताया कि सूचना पर भवानी मंडी पुलिस रावतभाटा पहुंच गई. आरोपियों को भवानी मंडी पुलिस के सुपुर्द कर दिया गया. गौरतलब है कि गुरुवार को दिनदहाड़े झालावाड़ जिले के भवानी मंडी में एक प्राइवेट हॉस्पिटल में एक दंपती को चाकू से गोदकर मौत के घाट उतार दिया. घटना के बाद आरोपी मौके से फरार हो गए.
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इस मामले को लेकर करणी राजपूत सेना के कार्यकताओं ने जिला हॉस्पिटल में प्रदर्शन किया. करणी राजपूत सेना के कार्यकताओं ने राज्य सरकार तथा जिला प्रशासन से मृतक के परीजनों को सरकारी नौकरी और 25 लाख रुपए मुआवजा देने की मांग की. वहीं मृतक के परिजनों ने प्रशासन की ओर से आर्थिक सहायता तथा परिवार के किसी सदस्य को सरकारी नौकरी की घोषणा न किए जाने तक मृतक जितेंद्र के शव को लेने से इनकार किया था.
बाद में धरने पर बैठे करणी सेना के कार्यकर्ताओं तथा जिला प्रशासन के मध्य समझौता हो गया. पुलिस अधीक्षक ऋचा तोमर ने बताया कि पूरे मामले को पुलिस स्पेशल स्कीम के तहत लिया जाएगा. जिसमें मृतक के परिवार को 5 लाख रुपए तक की आर्थिक सहायता मिल सकेगी. इसके साथ ही मृतक के परिवार के किसी एक सदस्य को संविदा कर्मी के रूप में नोकरी देने का भरोसा दिया है. साथ ही मृतक की बेटियों को पालनहार योजना का भी लाभ दिलवाया जाएगा. जिसके बाद करणी सेना ने अपना धरना समाप्त कर दिया.