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सावन-भादो सिंचाई के धोरे बंद करने वालों के खिलाफ एसडीएम ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश

सिंचाई विभाग कनवास कार्यालय में एसडीएम राजेश डागा ने सिंचाई विभाग की बैठक ली. इस बैठक में सावन भादों मध्यम सिंचाई परियोजना से वर्ष 2020-21 में एकत्रित पानी के उपयोग को लेकर चर्चा हुई.

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सावन-भादों सिंचाई के धोरे बंद करने वालों खिलाफ एसडीएम ने दिए सख्त कार्रवाई के निर्देश
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Published : Sep 21, 2020, 10:05 PM IST

जालोर. कनवास एसडीएम राजेश डागा की अध्यक्षता में सावन-भादों मध्यम सिंचाई परियोजना से वर्ष 2020-21 में एकत्रित पानी के उपयोग हेतु सिंचाई विभाग कनवास कार्यालय में बैठक का आयोजन किया.

बैठक में अधिशाषी अभियंता देवेंद्र अग्निहोत्री ने बताया कि सावन-भादों मध्यम सिंचाई परियोजना के बांध का पूर्ण भराव लेवल 313.60 मीटर एवं पूर्ण भराव क्षमता 1052.83 एमसीएफटी है. इस वर्ष औसत से कम वर्षा होने के कारण बांध का भराव लेवल 311.70 मीटर ही है, जो कि बांध का पूर्ण भराव क्षमता से 1.90 मीटर कम है, जो कि प्रवाह योग्य नहीं है. एवं नहर संचालन हेतु वर्तमान में 724.76 एमसीएफटी (311.70 मीटर) जल उपलब्ध है.

पढ़ें- मंदिर की सैकड़ों बीघा भूमि पर कब्जा, कलेक्टर से मिलकर संतों ने मुख्यमंत्री के नाम दिया ज्ञापन

नहर संचालन में प्रतिदिन अनुमानित 9.50 एमसीएफटी जल व्यय होता है और उपलब्ध जल यदि कृषि हेतु छोड़ा जाता है, तो लगभग इस वर्ष 75 दिन के लिए जल प्रवाह उपलब्ध है. जिसके अनुसार जल प्रवाह 28 अक्टूबर से 21 नवंबर तक, द्वितीय प्रवाह 8 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक, तृतीय जल प्रवाह 20 जनवरी से 14 फरवरी तक किया जाएगा.

मींटिंग में अधिशाषी अभियंता देवेंद्र अग्निहोत्री, सहायक अभियंता पूजा कुशवाह, कनिष्ठ अभियंता मुरारी लाल मीणा, अध्यक्ष बद्रीलाल वर्मा, परसराम खटीक, पारस कुमार जैन अन्य उपस्थित रहे.

प्रवाह अवरुद्ध करने वालों पर होगी कार्रवाई

बैठक में कनवास एसडीएम राजेश डागा ने निर्देश दिए कि किसानों को खेतों में निर्धारित तिथि के अलावा जल प्रवाह नहीं किया जाएगा. पानी के धोरे बंद करने व दूसरों के खेत में जाने वाले धोरे बंद करेगा. उनका भी पानी बंद कर दिया जाए और उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करते हुए धोरे खुलावाए जाएंगे.

जालोर. कनवास एसडीएम राजेश डागा की अध्यक्षता में सावन-भादों मध्यम सिंचाई परियोजना से वर्ष 2020-21 में एकत्रित पानी के उपयोग हेतु सिंचाई विभाग कनवास कार्यालय में बैठक का आयोजन किया.

बैठक में अधिशाषी अभियंता देवेंद्र अग्निहोत्री ने बताया कि सावन-भादों मध्यम सिंचाई परियोजना के बांध का पूर्ण भराव लेवल 313.60 मीटर एवं पूर्ण भराव क्षमता 1052.83 एमसीएफटी है. इस वर्ष औसत से कम वर्षा होने के कारण बांध का भराव लेवल 311.70 मीटर ही है, जो कि बांध का पूर्ण भराव क्षमता से 1.90 मीटर कम है, जो कि प्रवाह योग्य नहीं है. एवं नहर संचालन हेतु वर्तमान में 724.76 एमसीएफटी (311.70 मीटर) जल उपलब्ध है.

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नहर संचालन में प्रतिदिन अनुमानित 9.50 एमसीएफटी जल व्यय होता है और उपलब्ध जल यदि कृषि हेतु छोड़ा जाता है, तो लगभग इस वर्ष 75 दिन के लिए जल प्रवाह उपलब्ध है. जिसके अनुसार जल प्रवाह 28 अक्टूबर से 21 नवंबर तक, द्वितीय प्रवाह 8 दिसम्बर से 27 दिसम्बर तक, तृतीय जल प्रवाह 20 जनवरी से 14 फरवरी तक किया जाएगा.

मींटिंग में अधिशाषी अभियंता देवेंद्र अग्निहोत्री, सहायक अभियंता पूजा कुशवाह, कनिष्ठ अभियंता मुरारी लाल मीणा, अध्यक्ष बद्रीलाल वर्मा, परसराम खटीक, पारस कुमार जैन अन्य उपस्थित रहे.

प्रवाह अवरुद्ध करने वालों पर होगी कार्रवाई

बैठक में कनवास एसडीएम राजेश डागा ने निर्देश दिए कि किसानों को खेतों में निर्धारित तिथि के अलावा जल प्रवाह नहीं किया जाएगा. पानी के धोरे बंद करने व दूसरों के खेत में जाने वाले धोरे बंद करेगा. उनका भी पानी बंद कर दिया जाए और उनके विरुद्ध कानूनी कार्रवाई करते हुए धोरे खुलावाए जाएंगे.

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