जालोर. सांसद देवजी पटेल ने गुरुवार को संसद में जिले के किसानों की बर्बाद हुई फसल का मुद्दा उठाते हुए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के साथ ही सहायता राशि देने की मांग की. इसके अलावा राजस्थान में बिगड़ती कानून व्यवस्था को लेकर भी सवाल उठाए.
जालोर-सिरोही से सांसद देवजी पटेल ने गुरुवार को लोकसभा में मौसम असंतुलन के कारण किसानों के फसलों को हुए नुकसान का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना में बीमा क्लेम दिलवाने का मुद्दा रखा. सांसद देवजी पटेल ने संसद के शून्यकाल के दौरान बताया कि राजस्थान में मौसम असंतुलन के कारण किसानों की ओर से बोई गई फसलों में अत्यधिक खराबा हुआ है. उन्होंने बताया कि संसदीय क्षेत्र जालोर-सिरोही में किसानों की ओर से रबी के सीजन में जीरा, ईसबगोल, सरसों, गेहूं की बंपर बुवाई की गई थी, लेकिन मौसम असंतुलन के कारण फसलों में हुए खराबे से किसानों के अरमानों पर पानी फिर गया. मौसम परिवर्तन होने की वजह से जीरा की फसल में चर्मा रोग फैलने से किसानों के खेतों में खड़ी फसल नष्ट हो गई.
उन्होंने बताया कि किसानों को एक तरफ बदलते मौसम की मार से फसल में खराबा हुआ, वहीं दूसरी ओर राजस्थान में पटवारियों की हड़ताल के चलते खराबे का समय पर सर्वे नहीं होने से किसानों को बीमा क्लेम से वंचित रहना पड़ सकता है. सांसद पटेल ने संसद के माध्यम से केंद्र सरकार से अनुरोध करते हुए किसानों के फसल खराबे का प्रधानमंत्री फसल बीमा योजनान्तर्गत बीमा क्लेम दिलवाने की मांग रखी.
महिलाओं के खिलाफ अत्याचार पर रोकथाम को लेकर सरकार उठाये कदम
सांसद देवजी पटेल ने लोकसभा की कार्यवाही के दौरान राजस्थान में महिलाओं पर बढ़ रहे अत्याचार पर रोकथाम की मांग की. उन्होंने बताया कि राजस्थान में महिलाएं सुरक्षित नहीं हैं. प्रदेश में कानून व्यवस्था दम तोड़ चुकी है. राजस्थान में हो रही दुष्कर्म की घटनाएं, मानवता को शर्मसार कर रही हैं, फिर भी राजस्थान की कांग्रेस सरकार चिर निद्रा में है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में रक्षक ही भक्षक बनते जा रहे हैं. हाॅस्पिटल और पुलिस थाने को हम सुरक्षित मानते थे, लेकिन राजस्थान में आजकल यहां भी सबसे अधिक अपराध होते हैं.