जालोर. जिले के चितलवाना क्षेत्र के विरावा ग्राम पंचायत में कोरोना वायरस के रोकथाम को लेकर लागू लॉकडाउन की पालना करवाने वाले ग्राम प्रभारियों के साथ मारपीट की तीन घटनाएं सामने आई. जिसके बाद चितलवाना पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए 24 घंटों में दो मामलों के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया. जबकि एक मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने के लिए पुलिस की टीम ने कई जगहों पर दबिश दी, लेकिन बदमाश पुलिस के हाथ नहीं चढ़े.
जानकारी के अनुसार सबसे पहले मेघावा गांव में बीएलओ मालाराम बिश्नोई के साथ दो लोगों ने गाली-गलौज कर जान से मारने की धमकी दी. जिसकी सूचना बीएलओ और ग्राम प्रभारी की ओर से एसडीएम को देने के बावजूद कार्रवाई नहीं हुई. जिसके कुछ दिनों बाद 20 अप्रैल को हालीवाव गांव में अध्यापक कृष्ण कुमार के साथ बदमाशों ने गाली गलौज करते हुए मास्क को फाड़ दिया. इसके बाद 28 अप्रैल को विरावा ग्राम प्रभारी रामलाल खोखर के साथ बदमाशों ने मारपीट कर दी.
इन तीनों मामलों के बाद शिक्षक संघ ने आक्रोश जाहिर करते हुए कार्रवाई की मांग की थी. जिसके बाद चितलवाना पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो मामलों में लिप्त बदमाशों को गिरफ्तार कर लिया, जबकि शिक्षक रामलाल खोखर के साथ मारपीट करने वाले बदमाशों को पकड़ने के टीम बनाकर दबिश दी, लेकिन आरोपी फरार हो जाने के कारण पुलिस के हाथ नहीं लगे.
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शिक्षकों को निशाना बनाने पर शिक्षक संघ ने जताया विरोध
जिले में शिक्षकों को कोरोना में धरातल स्तर पर कार्य करने के लिए गांव-गांव प्रभारी बनाकर ड्यूटी दी गई है. ऐसे में कोरोना में गांव-गांव ड्यूटी कर रहे शिक्षकों के सुरक्षा को लेकर जिला शिक्षक संघ ने आक्रोश जताया. उन्होंने बताया कि जिले में गांव गांव में पूरी ईमानदारी से काम कर रहे शिक्षकों के साथ मारपीट की घटनाएं बढ़ रही है, लेकिन इसको लेकर जिला प्रशासन गंभीर नहीं है. राजस्थान प्रगतिशील शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष किशन लाल ने बताया कि जिले में शिक्षकों के साथ मारपीट के मामलों में जिला प्रशासन सख्त कार्रवाई की मांग करता हैं.