जालोर. जिले में शनिवार को जालोर महोत्सव का रंगारंग प्रस्तुतियों के साथ आगाज हुआ. देश ही नहीं विदेश में भी जालोर का मान बढ़ा है. पर्यटन विभाग, जिला प्रशासन एवं जालोर विकास समिति के संयुक्त तत्वावधान में आगामी तीन दिवस तक चलने वाले जालोर महोत्सव का आगाज रंग-बिरंगे पारम्परिक परिधानों से सजे पुरुष और महिलाओं ने शोभा यात्रा के साथ किया.
इस दौरान साफा पहनी बालिकाएं, सजे-धजे ऊंटों, सिर पर कलश लिए बड़ी संख्या में नन्हीं बालिकाओं और मधुर स्वर लहर बिखेरते बैंड की धुन के साथ लूर गायन करती महिलाएं नजर आईं. वहीं ढोल की थाप पर गैर करते गैरियों द्वारा जालोर की विभिन्न मुख्य मार्गों से यह शोभा यात्रा गुजरी.
महोत्सव के मुख्य स्थल पर मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद मंत्री सुखराम विश्नोई ने ध्वजारोहण कर जालोरवासियों को सम्बोधित करते हुए कहा, कि जालोर महोत्सव से जालोर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक ख्याति देश-विदेश में बढ़ी है. जिले में पर्यटन विकास की बहुत सम्भावनाएं हैं और जालोर महोत्सव का भव्य और सुन्दर आयोजन जालोरवासियों के साथ ही बाहरी पर्यटकों को भी अपनी ओर आकर्षित करेगा.
जालोर महोत्सव 2020 कर रहा आकर्षित
उन्होंने कहा, कि जालोर जिले के पर्यटक स्थलों के विकास के लिये राज्य सरकार के स्तर पर हर सम्भव सहयोग किया जायेगा. जालोर की जनता इस तीन दिवसीय कार्यक्रमों का उत्साह के साथ भरपूर आनंद लेगी.
जिला कलेक्टर एवं जालोर विकास समिति के अध्यक्ष हिमांशु गुप्ता ने कहा, कि जालोर महोत्सव 2020 को लेकर जालोर की जनता में अपार उत्साह और उमंग है. जो शोभा यात्रा , महोत्सव स्थल और आयोजित होने वाले प्रत्येक कार्यक्रम में नजर आ रहा है.
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जोश और उत्साह के साथ मनाया जाता है उत्सव
उन्होंने कहा, कि यह एक अनोखा उत्सव है, जो जालोर के हर उपखण्ड मुख्यालय पर पूरे जोश और उत्साह के साथ मनाया जा रहा है. जालोर के प्रशासन, आमजन और जन प्रतिनिधियों का इस महोत्सव को लेकर मन से जुड़ाव वास्तव में तारीफ के काबिल है. यह महोत्सव जालोर की प्रतिभाओं को अपनी प्रतिभा प्रदर्शित करने का मौका देता है. जालोर विधायक जोगेश्वर गर्ग ने कहा, कि जालोर महोत्सव जालोर की जनता का अपना महोत्सव है.
जालोर का ऐतिहासिक दुर्ग
जालोर महोत्सव में आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रम में जालोर की प्रतिभाएं अपना प्रदर्शन करेंगी. जिनके प्रोत्साहन के लिये सभी इस मेले में पहुंचें. उन्होंने जालोर के ऐतिहासिक दुर्ग के विकास की भी बात कही. जालोर विकास समिति के सचिव मोहन पाराशर ने महोत्सव के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न कार्यक्रमों पर संक्षिप्त में प्रकाश डाला. आयोजन के लिये सहयोग करने वाले विभिन्न भामाशाहों को तहेदिल से धन्यवाद भी दिया.
उन्होंने बताया, कि जालोर महोत्सव के दौरान स्टेडियम प्रांगण, बहुउद्देशीय हॉल और तोपखाना में विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. सांस्कृतिक कार्यक्रमों ने उद्घाटन समारोह का प्रारम्भ गणपति वंदना के साथ हुआ. कार्यक्रम में प्रवीण के निर्देशन पर सजे-धजे ऊंटों द्वारा अपनी कला का बेहतरीन प्रदर्शन कर लोगों की वाहवाही बटोरी गई.
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महोत्सव के समन्वयक हितेश प्रजापत ने बताया कि तीन दिवसीय समारोह में जालोर सहित अन्य स्थानों से आये कलाकारों द्वारा अपनी कला का प्रदर्शन किया जाएगा. मनोरंजन के लिये और खरीदारी के लिये विभिन्न स्टॉलें, झूले और खाने-पीने की स्टॉलें भी लगाई गईं हैं.
साफा पहनाकर, माल्यार्पण कर स्वागत
महोत्सव के प्रारम्भ मे जालोर विकास समिति द्वारा आगन्तुक अतिथियों का साफा पहनाकर, माल्यार्पण कर एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मान और अभिनंदन किया गया. समारोह में महंत प्रेमनाथ , पुलिस अधीक्षक हिम्मत अभिलाष टांक, अतिरिक्त कलेक्टर छगनलाल गोयल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी अशोक कुमार, जालोर विकास समिति की समस्त टीम के कार्यकर्ता सहित बड़ी संख्या में पुरूष , महिलाएं, बालक-बालिकाएं, खिलाड़ी, अधिकारी-कर्मचारी और गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे.