सांचौर (जालोर). नर्मदा नहर किसान डिग्गी यूनियन के बैनर तले किसानों ने विभिन्न मांगो को लेकर धरना प्रदर्शन शुरू किया है. ईशवरराम विश्नोई व मकाराम चौधरी के नेतृत्व में नर्मदा मुख्यालय पर महापड़ाव शुरू किया गया.
इस दौरान आयोजित धरने को संबोधित करते हुए विश्नोई ने कहा कि किसान सिर्फ मांग को लेकर नहीं बल्कि हक की लड़ाई लड़ रहा है. किसानों को अपना हक मिलना चाहिए. उन्होंने कहा कि किसानों की समस्याएं लम्बे समय से चली आ रही है, लेकिन विभाग की ओर से कोई ध्यान तक नहीं दिया जा रहा है. उन्होंने समस्या के समाधान की मांग करते हुए कहा कि सियालू सीजन में किसानों को टेल तक पूरा पानी मिलना चाहिए.
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चौधरी ने कहा कि वितरिकाओं के टेल तक पानी नही पहुंच रहा है. मोटरें खराब पड़ी है, खेतों मे लगे पाइप टूट गए हैं, कुंडियों पर वॉल्व नहीं लगाए गए है. बिजली के बिल अधिक आए हुए हैं. डिग्गी अध्यक्षों को प्रशिक्षित भी नहीं किया गया है. ऐसे मे बिना सिस्टम के नहरी सिस्टम को चलाना किसानों के लिए परेशानी भरा कार्य है.
रेवतसिंह चौहान ने कहा कि किसान तब तक सड़कों पर रहेगा जब तक उनकी मांगे नहीं मानी जाती. उन्होंने अधिकारियों पर किसानों की समस्याओं की उपेक्षा करने का आरोप लगाया. केसरसिंह सरवाना ने कहा कि किसान का दुख दर्द कोई नहीं सुन रहा है, जिससे किसानों में गहरा रोष है. सियालू सीजन को लेकर टेल के किसान विभाग का मुंह ताक रहे हैं, लेकिन अधिकारी कोई कार्रवाही नहीं करते.
यह रखी मांगे..
महापड़ाव के दौरान किसानों ने नर्मदा नहर की वितरिकाओं में टेल तक पानी पहुंचाने, डिग्गी सिस्टम शुरू करने, टूटी फूटी डिग्गियों, पंप हाऊस व चार दिवारी का कार्य करने, वितरिकाओं के दोनों ओर रास्ता बनाने, खराब मोटरों की मरम्मत करने, जीएसएस पर लाइनमैन की नियुक्ति करने व पेट्रोलिंग व्यवस्था खत्म कर स्थाई कर्मचारी लगाने समेत अन्य विभिन्न मांग रखी.
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नर्मदा नहर मुख्यालय के समक्ष धरने पर बैठै किसानों ने कहा कि अवैध पंप हटाने के लिए सभी किसान तैयार हैं. लेकिन किसानों को हक का पूरा पानी मिले और पानी टेल तक पहुंचे. इस दौरान नर्मदा अधिकारियों ने धरना स्थल पर जाकर किसानों से समझाइश की और उनके हिस्से का पूरा पानी देने की बात कही.
नर्मदा चीफ गिरिश लोढ़ा ने ईटीवी भारत से बात करते हुए कहा कि किसानों की मुख्य मांग है अंतिम टेल तक पानी पहुंचाना. इसको लेकर जो अवैध पंप अड़चन पैदा कर रहे हैं, उनको विभाग द्वारा हटाया जा रहा है. वहीं इस बार पानी की कोई कमी नही है. सभी किसानों को भरपूर पानी मिलेगा.