रानीवाड़ा (जालोर). रविवार को क्षेत्रभर में हुई बेमौसम की बरसात ने किसानों के खेतों में खड़ी इसबगोल और गेहूं सहित अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है. किसानों के चेहरों पर फसलें तबाह होने से मायूसी छा गई है. साथ ही किसान बारिश से नष्ट हुई फसलों के लिए मुआवजा दिए जाने की मांग कर रहे हैं.
क्षेत्रभर में रविवार को हुई बेमौसम बारिश ने किसानों के माथे पर चिंता की लकीरें खींच दी हैं. किसानों ने बैंकों और साहुकारों से ऋण लेकर बड़ी उम्मीदों के साथ खेतों में बुवाई की थी. मगर बारिश ने उनके अरमानों पर पानी फेर दिया है. क्षेत्र में बेमौसम बरसात से रबी की फसलों को नुकसान हुआ है. बरसात से किसानों के खेतों में खड़ी इसबगोल और गेहूं सहित अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है.
किसानों ने बताया कि खेत में खड़ी इसबगोल की फसल पूरी तरह से पक चुकी थी. इसबगोल की पकी हुई फसल की कटाई चल रही थी. इसी दौरान हुई बरसात ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया. उन्होंने बताया कि बरसात होने से जीरे का आकार और रंग दोनों प्रभावित होगा. वहीं बारिश के कारण इसबगोल के पके हुए दाने बरसात से नीचे गिर कर खराब हो गए. इससे किसानों को लाखों का नुकसान हो गया है. साथ ही तेज आंधी से गेंहू की फसल भी जमीन पर गिरने से भी उत्पादन प्रभावित होगा.
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बता दें कि दो महिने पहले टिड्डियों ने क्षेत्र में किसानों की फसल खराब कर दी थी. जिससे भारी नुकसान हुआ था. अब क्षेत्र में हुई बेमौसम बरसात ने किसानों ने खेतों में खड़ी फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. किसान बारिश से नष्ट हुई फसलों के लिए मुआवजा की मांग कर रहे हैं.