आहोर (जालोर). जिले के आहोर उपखंड के भाद्राजून ढाणी में कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते पुलिस-प्रशासन द्वारा लगातार बाजार बंद करवाने पर व्यापारी वर्ग में काफी नाराजगी है. दरअसल, आहोर उपखंड क्षेत्र के भाद्राजून ढाणी में 21 मई को पहला कोरोना पाॅजिटिव मामला सामने आने के बाद कर्फ्यू लगाया गया था. उसके बाद 4 जून को 2 और कोरोना पाॅजिटिव मरीज सामने आए. ऐसे में भाद्राजून ढाणी के मुख्य बाजार की दुकानों को पुलिस-प्रशासन ने लगातार बंद करवा रखा है.
भाद्राजून ढाणी के लिए प्रशासन ने आवश्यक सेवाओं की दुकानों के अलावा अन्य प्रतिष्ठान खोलने के लिए कोई आदेश जारी नहीं किया है. वहीं, स्थानीय व्यापारी संघ के व्यापारियों का कहना है कि कई महीनों से बंद पड़ी दुकानों का किराया देना मुश्किल हो गया है. इसके अलावा घर का भी खर्च है.
स्थानीय व्यापारी संघ के व्यापारियों के मुतबिक उन्होंने अपनी परेशानी बताते हुए प्रशासन से गुहार लगाई कि जिस जगह कोरोना पाॅजिटिव केस सामने आया है, नियमानुसार उस जगह को ही कंटेनमेंट जोन घोषित किया जाए. अन्य जगहों पर दुकानें खोलने दी जाए, जिससे स्थानीय और बाहर से यहां आकर रहने वाले व्यापारी अपने परिवार का भरण-पोषण कर सकें.
व्यापारियों ने बताया कि पिछले 3 महीनों से हमारा व्यापार बंद होने के बावजूद हमें दुकान दुकान का किराया और बिजली का खर्च देना पड़ रहा है. वहीं, प्रशासन द्वारा दुकानों को बंद करवाया जा रहा हैं. ऐसे में व्यापारियों के सामने रोजी-रोटी का सवाल खड़ा हो गया है.
व्यापारियों ने कहा कि इस संबध में उपखंड अधिकरी को स्थानीय व्यापारी संघ के सदस्यों ने 4 जून को अवगत करवाया था. इस दौरान व्यापारी रमेश सिंह राजपुरोहित, वेल सिंह राजपूत, सूरज सिंह धाबाई, ईश्वर सिंह राजपुरोहित, वासुदेव वैष्णव और सांवलाराम देवासी सहित कई व्यापारी मौजूद थे.