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बारिश से खराब हो रही खरीफ की फसल, रानीवाड़ा क्षेत्र में सबसे ज्यादा हुआ नुकसान - जालोर में एक सप्ताह से हो रही बारिश

जिलेभर के सभी उपखण्ड मुख्यालयों और उसके क्षेत्र के गांवों में पिछले एक सप्ताह से लगातार रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है. जिसके चलते बारिश से खरीफ की फसल में बाजरे को नुकसान होना शुरू हो गया है.

खरीफ की फसल हो रही नष्ट, Kharif crop being destroyed
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Published : Sep 27, 2019, 8:02 PM IST

जालोर. जिलेभर के सभी उपखण्ड मुख्यालयों और उसके क्षेत्र के गांवों में पिछले एक सप्ताह से लगातार रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है. जिसके कारण अब ज्यादा बारिश से खरीफ की फसल में बाजरे को नुकसान होना शुरू हो गया है.

बारिश से खराब हो रही खरीफ की फसल

जिसके चलते किसानों ने भी खरीफ की फसल का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलवाने की मांग की है. जानकारी के अनुसार इस बार मानसून के फिर से सक्रिय होने के बाद शुक्रवार को लगातार चौथे दिन भी जिले के कई इलाकों में तेज बारिश हुई.

जालोर शहर में जहां हल्की बारिश से सड़कों पर पानी बहा तो गांवों में तेज हवा के साथ बारिश से खेतों में खड़ी बाजरे की फसलों को नुकसान हुआ है. रानीवाड़ा क्षेत्र के गांवों में पक्की फसलें जमींदोज हो जाने से बर्बाद हो गई.

पढ़ें- विश्व पर्यटन दिवस: बूंदी में घट रही पर्यटकों की संख्या...टूटी सड़कें बनी समस्या

वहीं आसपास के उपखण्ड क्षेत्रों में शुक्रवार को भी तेज हवा के साथ अचानक हुई तेज बारिश से सबसे ज्यादा बाजरे की फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश से बाजरे की 80 फीसदी फसल खराब हो गई है. बारिश के साथ तेज आंधी चलने से खड़ी बाजरे की फसल गिर गई, वहीं काटी हुई बाजरे की फसल खेतों में पड़ी होने के कारण बारिश से खराब हो गई.

आधा शहर भीगा, आधा रहा सूखा

शहर में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई बारिश के बाद शहर में दो नजारे देखने को मिले. जालोर शहर के एक भाग में बड़ी बड़ी बूंदों के साथ बारिश हो रही थी, वहीं दूसरे भाग में बारिश की एक भी बूंद नहीं पड़ी और धूप नजर आई.

शहर के हरदेव जोशी सर्कल सहित आसपास के क्षेत्र में अच्छी बारिश थी, जिसके चलते सड़कों पर पानी बहता दिखा, जबकि आहोर जाने वाले मार्ग पर लेटा रेलवे क्रॉसिंग फाटक से आगे बिल्कुल सूखा था. बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी थी.

जालोर. जिलेभर के सभी उपखण्ड मुख्यालयों और उसके क्षेत्र के गांवों में पिछले एक सप्ताह से लगातार रुक-रुक कर बारिश का दौर जारी है. जिसके कारण अब ज्यादा बारिश से खरीफ की फसल में बाजरे को नुकसान होना शुरू हो गया है.

बारिश से खराब हो रही खरीफ की फसल

जिसके चलते किसानों ने भी खरीफ की फसल का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलवाने की मांग की है. जानकारी के अनुसार इस बार मानसून के फिर से सक्रिय होने के बाद शुक्रवार को लगातार चौथे दिन भी जिले के कई इलाकों में तेज बारिश हुई.

जालोर शहर में जहां हल्की बारिश से सड़कों पर पानी बहा तो गांवों में तेज हवा के साथ बारिश से खेतों में खड़ी बाजरे की फसलों को नुकसान हुआ है. रानीवाड़ा क्षेत्र के गांवों में पक्की फसलें जमींदोज हो जाने से बर्बाद हो गई.

पढ़ें- विश्व पर्यटन दिवस: बूंदी में घट रही पर्यटकों की संख्या...टूटी सड़कें बनी समस्या

वहीं आसपास के उपखण्ड क्षेत्रों में शुक्रवार को भी तेज हवा के साथ अचानक हुई तेज बारिश से सबसे ज्यादा बाजरे की फसल को नुकसान पहुंचा है. वहीं जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह से हो रही बारिश से बाजरे की 80 फीसदी फसल खराब हो गई है. बारिश के साथ तेज आंधी चलने से खड़ी बाजरे की फसल गिर गई, वहीं काटी हुई बाजरे की फसल खेतों में पड़ी होने के कारण बारिश से खराब हो गई.

आधा शहर भीगा, आधा रहा सूखा

शहर में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे शुरू हुई बारिश के बाद शहर में दो नजारे देखने को मिले. जालोर शहर के एक भाग में बड़ी बड़ी बूंदों के साथ बारिश हो रही थी, वहीं दूसरे भाग में बारिश की एक भी बूंद नहीं पड़ी और धूप नजर आई.

शहर के हरदेव जोशी सर्कल सहित आसपास के क्षेत्र में अच्छी बारिश थी, जिसके चलते सड़कों पर पानी बहता दिखा, जबकि आहोर जाने वाले मार्ग पर लेटा रेलवे क्रॉसिंग फाटक से आगे बिल्कुल सूखा था. बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी थी.

Intro:जिले के ज्यादातर उपखण्ड क्षेत्रों में बारिश के कारण खरीफ की फसल बर्बाद हो रही है। पिछले काफी दिनों से बारिश का दौर जारी है। वहीं मौसम विभाग के अनुसार भी आगामी 4 दिन तक रिमझिम बारिश हो सकती है।




Body:जिले के गांवों में हो रही बारिश से अब बिगड़ रही है खरीफ की फसल, रानीवाड़ा क्षेत्र में सबसे ज्यादा फसलों को हुआ नुकसान
जालोर
जिलेभर के सभी उपखण्ड मुख्यालयों व उसके क्षेत्र के गांवों में पिछले एक सप्ताह से लगातार रुक रुक कर बारिश का दौर जारी है। जिसके कारण अब ज्यादा बारिश से खरीफ की फसल में बाजरे को नुकसान होना शुरू हो गया है। जिसके चलते किसानों ने भी खरीफ की फसल का सर्वे करवाकर उचित मुआवजा दिलवाने की मांग की है। जानकारी के अनुसार इस बार मानसून के फिर से सक्रिय होने के बाद आज लगातार चौथे दिन भी जिले के कई इलाकों में मध्यम और तेज बारिश हुई। जालोर शहर में जहां हल्की बारिश से सड़कों पर पानी बहा तो गांवों में तेज हवा के साथ बारिश से खेतों में खड़ी बाजरे की फसलों को नुकसान हुआ है। रानीवाड़ा क्षेत्र के गांवों में पक्की फसलें जमींदोज हो जाने से बर्बाद हो गईं। वहीं आसपास के उपखण्ड क्षेत्रों में शुक्रवार को भी तेज हवा के साथ अचानक आई तेज बारिश से सबसे ज्यादा बाजरे की फसल को नुकसान पहुंचा।
सभी उपखण्ड के गांवों में बाजरे की फसल को हुआ नुकसान
जानकारी के अनुसार पिछले एक सप्ताह से रुक रुक कर हो रही बारिश के कारण बाजरे की फसल 80% खराब हो गई है। बारिश के साथ तेज आंधी चलने से खड़ी बाजरे की फसल गिर गई, वहीं काटी हुई बाजरे की फसल खेतों में पड़ी होने के कारण खेतों में पानी का भराव होने से खराब हो गई।
आधा शहर भीगा, आधा रहा सूखा
शहर में शुक्रवार सुबह करीब 11 बजे बारिश शुरू हुई। इस दौरान दो नजारे देखने को मिले। जालोर शहर के एक भाग में बड़ी बड़ी बूंदों के साथ बारिश हो रही थी, वहीं दूसरे भाग में बारिश की एक भी बूंद नहीं पड़ी और धूप नजर आई। शहर के हरदेव जोशी सर्कल सहित आसपास के क्षेत्र में अच्छी बारिश थी, जिसके कारण सड़कों पर पानी बहता दिखा, जबकि आहोर जाने वाले मार्ग लेटा रेलवे क्रॉसिंग फाटक से आगे बिल्कुल सूखा था। बारिश की एक बूंद भी नहीं गिरी थी।

बाईट- गंगाराम मेघवाल
बाईट- गणेशा राम देवासी


Conclusion:
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