भीनमाल(जालोर). जिले के भीनमाल शहर में महालक्ष्मी माता मंदिर का प्राचीन काल से ही विशेष महत्व रहा है. शहर के बीचों-बीच मौजूद इस मंदिर का पाटोत्सव हर साल की तरह इस साल भी धूमधाम से मनाया गया. पैंतीसवें पाटोत्सव के दौरान श्रद्धालु बड़ी संख्या में जुटे और विशेष पूजा अर्चना की गई. बता दें कि श्रीमाली ब्राह्मण समाज की आराध्य देवी महालक्ष्मी माता हैं और भीनमाल शहर का पहले महालक्ष्मी माता के आधार पर श्रीमाल नाम था.
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पाटोत्सव कार्यक्रम के दौरान मंदिर में पुजारी महादेव और कर्ण ने महालक्ष्मी माता का पुष्प मालाओं से शृंगार कर पूजा की. वहीं, पुजारी हितेश ने वामेश्वर महादेव, हनुमान जी, मनसुखानंद जी की पूजा अर्चना कर ध्वजा चढ़ाई. ध्वजा के लाभार्थी हीरालाल और सुभाषचंद्र देवदानी के परिवार की ओर से राहुल दवे, मनीष दवे और हिमांशी दवे द्वारा महालक्ष्मी माता को ध्वजा चढ़ाई. इस दौरान जल्द से जल्द कोरोना महामारी खत्म होने के लिए भी प्रार्थना की गई. साथ ही श्रीमाली ब्राह्मण समाज के उत्तरोत्तर प्रगति की कामना की गई. इसके अलावा महिलाओं ने मंगलगीत और भजन की प्रस्तुति दी.
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सोशल डिस्टेंसिंग की पालना के साथ हुआ आयोजन
हर साल महालक्ष्मी मंदिर के पाटोत्सव के दौरान विभिन्न आयोजन होते हैं. इस साल कोरोना संक्रमण के चलते नियमों का पालन करते हुए ध्वजा कार्यक्रम के साथ पाटोत्सव का आयोजन किया गया. इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद रहे. लेकिन, कार्यक्रम के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग की पूरी तरह पालन की गई.