पोकरण (जैसलमेर). क्षेत्र में मानसून की बरसात के पश्चात रामसरोवर तालाब में जमा बरसाती पानी धीरे धीरे अब सूखने लगा है. इससे सरोवर के पायतन में मुश्किल से 3 से 4 फीट पानी शेष बचा है. एक दशक पूर्व पश्चिमी राजस्थान के सबसे बड़े धार्मिक स्थल राम सरोवर तालाब को इंदिरा गांधी नहर से जोड़ा गया था, ताकि मानसून की बरसात नहीं होने की स्थिति में नहर का पानी छोड़ कर इसको लबालब भरा जा सके.
पिछले तीन चार महीनों से पड़ रही भीषण गर्मी के कारण सरोवर का पानी सूख गया है. इसके पायतन में बहुत कम पानी बचा है. जिसके बाद नहर विभाग की तरफ से जोड़ी गई पाइप लाइन से नहर का पानी सरोवर में डालने के लिए मोटर चालू की गई. 2 दिनों में सरोवर के पायतन में 3 से 4 फीट तक पानी की आवक हुई. आने वाले 2 से 3 दिनों में राम सरोवर तालाब में 15 से 20 फुट तक पानी की आवक हो जाने से सरोवर लबालब भरा नजर आएगा.
राम सरोवर तालाब में लगातार पानी की आवक होने से विभिन प्रकार के पक्षी सहित अन्य पशु भी यहां पर मंडराते दिखाई दे रहे हैं. आने वाले दिनों में बाबा रामदेव समाधि स्थल का मुख्य प्रवेश द्वार खुलेगा तो बाबा रामदेव की समाधि के दर्शन करने आने वाले श्रद्धालु इसमें सहजता पूर्वक डुबकी लगाकर अपनी आस्था और मन्नत को पूर्ण कर सकेंगे.
पढ़ें- बड़ी खबर : बीकानेर की नोखा जेल से 5 कैदी फरार, कंबल से रस्सी बनाकर फांदी दीवार
पश्चिमी राजस्थान के सूखे मरुस्थल में बिन बारिश के ही सबसे बड़े राम सरोवर तालाब लबालब भरने से सरोवर के घाट के आस पास रौनक देखने को मिल रही है. युवा वर्ग के लोग सहित अन्य प्रौढ़ वर्ग के लोग सुबह और शाम मॉर्निंग वॉक करने और सरोवर के रमणीय नजारे का लुफ्त उठाने यहां पर पहुंच रहे हैं.